बोकारो जिला स्थित तेनुघाट डैम से निकलने वाली 34 किलोमीटर लंबी नहर बोकारो स्टील लिमिटेड (BSL) प्लांट और उसकी टाउनशिप के लिए जीवनरेखा मानी जाती है। इसी नहर से प्रतिदिन 150 से 200 क्यूसेक पानी की आपूर्ति होती है, जिससे बीएसएल के साथ-साथ पांच लाख से अधिक लोगों को पेयजल उपलब्ध होता है। लेकिन इस बार ठेका प्रक्रिया ऑनलाइन होने से विवाद खड़ा हो गया है। स्थानीय और विस्थापित संवेदकों ने इसका कड़ा विरोध करते हुए ऑफलाइन प्रणाली बहाल करने की मांग तेज कर दी है।
ऑफलाइन से ऑनलाइन टेंडर का विरोध
नहर की मरम्मत और रखरखाव के लिए समय-समय पर ठेके जारी किए जाते हैं। पहले यह प्रक्रिया ऑफलाइन होती थी, जिसमें स्थानीय और विस्थापित संवेदकों की भागीदारी होती थी। लेकिन इस बार टेंडर प्रक्रिया ऑनलाइन किए जाने से स्थानीय संवेदकों ने नाराजगी जताई है।
संवेदकों की बैठक और चेतावनी
तेनुघाट संवेदक संघ की बैठक अतिथि भवन में अध्यक्ष गणपत यादव की अगुवाई में हुई। बैठक में सभी संवेदकों ने ऑनलाइन संविदा का विरोध करते हुए इसे रद्द करने की मांग की। साथ ही तय किया गया कि कोई भी संवेदक ऑनलाइन टेंडर नहीं भरेगा और जो भरेगा उसका सामूहिक बहिष्कार किया जाएगा।
विस्थापन और रोजगार की चिंता
संवेदकों ने कहा कि उनके पूर्वजों ने डैम निर्माण के लिए अपनी जमीनें दीं, लेकिन अब वे बेरोजगार हो गए हैं। ऐसे में साल में एक बार मिलने वाले संविदा कार्य को भी ऑनलाइन कर दिया जाना छोटे संवेदकों के लिए नुकसानदायक है। बैठक में कई दर्जन संवेदक मौजूद रहे।