Bokaro: चंदनकियारी स्थित सी.एस. अकादमी विद्यालय में मंगलवार को धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की 147 वीं जयंती हर्षोल्लास से मनाई गई। विद्यालय में भगवान बिरसा मुंडा की तस्वीर पर श्रद्धासुमन अर्पित कर उन्हें नमन किया गया। उनके आदर्शो पर चलने का संकल्प लिया गया। शिक्षक व शिक्षिकाओं भैया बहनों ने भगवान बिरसा मुंडा की जीवनी पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम का शुभारंभ विद्यालय के चेयरमैन डॉ अशोक सिंह द्वारा भगवान बिरसा मुंडा के तस्वीर पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलित कर किया गया। डॉ अशोक सिंह ने कहा कि भारत के स्वतंत्रता संग्राम में जनजाति समाज का बहुमूल्य योगदान रहा। सैकड़ों जनजाति क्रांतिकारियों ने देश की स्वतंत्रता के लिए अपने प्राणों की आहुति दी है। भगवान बिरसा मुंडा उन्हीं क्रांतिकारियों के अग्रणी रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जल-जमीन और जंगल की रक्षा और अपने धर्म संस्कृति को बचाने के लिए संघर्ष करने वाले बिरसा मुंडा जनजाति अस्मिता के नायक माने गए। इसलिए उनके जीवन काल में से ही झारखंड के लोग उन्हें धरती का आबा भगवान कहते थे।
कार्यक्रम का संचालन विद्यालय की हेड मिस्ट्रेस रिंकी कुमारी के मार्गदर्शन में सफलतापूर्वक हुआ। भगवान बिरसा मुंडा के आदर्शों को याद करते हुए उनके सम्मान में आदिवासी सरहुल परंपरा ,छऊ नृत्य, बिरसा मुंडा और जनजातिय झलकियो का प्रस्तुतीकरण बड़े ही मनमोहक ढंग से किया गया।
पीहू, जसवी प्रीत,प्रिया , अंकित , आयुष आदि सभी प्रतिभागियों के जीवंत प्रस्तुतीकरण ने सभी का मन मोह लिया । कार्यक्रम के अंत में सभी शिक्षक शिक्षिकाओं के मार्गदर्शन में विद्यार्थियों ने उनके साथ भगवान बिरसा मुंडा के आदर्शों को पालन करने की शपथ ली । सभी प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया। इस कार्यक्रम के सफल आयोजन में सभी शिक्षक शिक्षिकाओं का प्रयास काफी सराहनीय रहा ।