Bokaro: बोकारो स्टील प्लांट (BSL) ने 79वां स्वतंत्रता दिवस पूरे उत्साह और गरिमा के साथ मनाया। निदेशक प्रभारी बी.के. तिवारी ने मोहन कुमार मंगलम स्टेडियम में राष्ट्रीय ध्वज फहराया और भव्य परेड को सलामी दी। हजारों कर्मचारियों और नागरिकों की मौजूदगी में उन्होंने स्वतंत्रता सेनानियों के त्याग को नमन किया और बीएसएल की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। लेकिन इस बार उनके भाषण में एक चौंकाने वाली कमी थी—ब्राउनफील्ड एक्सपेंशन प्रोजेक्ट का जिक्र तक नहीं हुआ। एक शब्द भी नहीं।
अब ब्राउनफील्ड विस्तार पर बोकारो की रहस्यमयी चुप्पी
प्रभारी निदेशक ने उपलब्धियों की लंबी फेहरिस्त पेश की, लेकिन ब्राउनफील्ड विस्तार परियोजना पर चुप्पी पूरे समारोह का सबसे चर्चित हिस्सा रही। बोकारो स्टील प्लांट की यह चुप्पी कौतूहल और चर्चा का विषय बन गई है। क्योंकि पिछले कुछ हफ़्तों से लोगों के बीच यह चर्चा तेज़ हो गई है कि सेल प्रबंधन अब बीएसएल की विस्तार योजना में रुचि नहीं ले रहा है और संभवतः यह परियोजना खटाई में पड़ गई है। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
पर सवालों में घिरा मौन
याद रहे कि इसी साल 28 जनवरी को बोकारो आए केंद्रीय इस्पात मंत्री और सेल चेयरमैन ने ऐलान किया था कि इस परियोजना पर 20,000 करोड़ रुपये का निवेश होगा और संयंत्र की क्षमता 5.25 मिलियन टन से बढ़कर 7.55 मिलियन टन प्रति वर्ष हो जाएगी। इस परियोजना से 12,500 से अधिक प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार सृजित होने की संभावना जताई गई थी।
पिछले दो वर्षों में बी के तिवारी ने लगभग हर बड़े भाषण में इस परियोजना का जिक्र किया था। ऐसे में स्वतंत्रता दिवस जैसे मौके पर उनका इस विषय पर मौन रहना कर्मचारियों, स्थानीय लोगों और उद्योग जगत के लिए हैरानी का विषय है। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
चर्चाओं का बाजार गरम
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि स्वतंत्रता दिवस का भाषण हमेशा भविष्य की दिशा दिखाने वाला माना जाता है। ऐसे में इस हाई-प्रोफाइल प्रोजेक्ट का नाम तक न लेना कई सवाल खड़े करता है। सोशल और औद्योगिक हलकों में चर्चा है कि क्या परियोजना की प्रगति धीमी है या फिर कोई नयी नीति परिवर्तन की आहट है।
उपलब्धियों और विकास की चर्चा
अपने भाषण में तिवारी ने उत्पादन, तकनीकी उन्नयन, हरित इस्पात की दिशा में उठाए गए कदम और सामाजिक उत्तरदायित्व कार्यक्रमों की विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बताया कि वित्तीय वर्ष 2024-25 में संयंत्र ने 49.63 लाख टन हॉट मेटल, 45.14 लाख टन क्रूड स्टील और 11.71 लाख टन सीआर सेलेबल स्टील का रिकॉर्ड उत्पादन किया।
उन्होंने यह भी कहा कि आधुनिक तकनीक जैसे हॉट स्ट्रिप मिल ऑटोमेशन, डिजिटल प्रोजेक्ट मैनेजमेंट और नए ऑक्सीजन प्लांट ने संयंत्र को भविष्य-तैयार बनाने की दिशा में मजबूत कदम बढ़ाए हैं।
ग्रीन स्टील और पर्यावरण पर जोर
तिवारी ने पर्यावरणीय प्रतिबद्धताओं को प्रमुखता से रखा। उन्होंने कहा कि बीएसएल ने 2070 तक नेट-जीरो का लक्ष्य रखा है और 2030 तक ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को 2.1 टन प्रति टन स्टील से कम करने का संकल्प लिया है। 30 मेगावाट फ्लोटिंग सोलर प्लांट, 20 मेगावाट सोलर पार्क और 100 मेगावाट ग्रीन ग्रिड पावर की योजनाओं का उल्लेख कर उन्होंने संयंत्र की ग्रीन स्टील यात्रा पर बल दिया। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
कर्मचारियों और समाज के लिए पहल
भाषण में तिवारी ने सुरक्षा, स्वास्थ्य और सीएसआर पहलों का भी जिक्र किया। सेफ्टी सर्कल, वर्चुअल रियलिटी ट्रेनिंग और SaaS आधारित HR सिस्टम से संयंत्र को और अधिक सुरक्षित और डिजिटल बनाने पर जोर दिया।
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए बोकारो जनरल हॉस्पिटल में आधुनिक सुविधाएं जोड़ी गई हैं, जबकि शिक्षा और स्किल डेवलपमेंट योजनाओं से स्थानीय युवाओं और महिलाओं को सशक्त किया जा रहा है। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x