बोकारो जिला प्रशासन ने दुर्गा पूजा, नवरात्रि और छठ पर्व की सुरक्षा और शांतिपूर्ण आयोजन के लिए जिला स्तरीय बैठक की। उपायुक्त और एसपी ने ट्रैफिक, विसर्जन और महिलाओं-बच्चों की सुरक्षा पर दिशा-निर्देश दिए।
Bokaro: उपायुक्त अजय नाथ झा ने कहा कि जिले में बहुत दिनों बाद या संभवत: पहली बार जिला स्तरीय शांति समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि दुर्गा पूजा (Durga Puja), दीपावली (Diwali) और छठ (Chhath) पर्व सभी शांतिपूर्ण और व्यवस्थित तरीके से मनाए जाएं। उन्होंने कहा कि प्रशासन के लिए जमीनी स्तर पर होने वाली समस्याओं और आवश्यकताओं को समझना महत्वपूर्ण है।
पर्व के दौरान सुरक्षा और सहयोग
उपायुक्त ने स्पष्ट किया कि महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है। किसी भी अप्रिय घटना की रोकथाम के लिए प्रशासन चौकस रहेगा। ट्रैफिक व्यवस्था सुव्यवस्थित रहे, और विसर्जन प्रक्रिया में किसी प्रकार की दुर्घटना न हो, इसके लिए विशेष स्वास्थ्य शिविर और सुरक्षा प्रबंध किए जाएंगे।

विसर्जन प्रक्रिया और नई परंपराएं
श्री झा ने कहा कि विसर्जन मुख्य रूप से दिन में और सूर्य सानिध्य के समय होना चाहिए। उन्होंने पारंपरिक भजन-कीर्तन को प्राथमिकता देते हुए नई परंपरा शुरू करने का सुझाव दिया, ताकि आने वाली पीढ़ी समझ सके कि सुरक्षित और सांस्कृतिक तरीके से विसर्जन कैसे किया जाता है।
सुरक्षा और ट्रैफिक प्रबंध
एसपी बोकारो हरविंदर सिंह ने बताया कि इस बार लगभग 650 सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया जाएगा। सभी पंडालों में CCTV और अनाउंसमेंट सिस्टम लगाए जाएंगे। बाइक पेट्रोलिंग सक्रिय रहेगी, पार्किंग और नो-एंट्री जोन सुनिश्चित किए जाएंगे। विसर्जन स्थल पर प्रशासनिक उपस्थिति और लाइटिंग व्यवस्था भी की जा रही है।
प्रशासन की शुभकामनाएँ और उम्मीद
दोनों अधिकारियों ने बोकारोवासियों को नवरात्रि और दुर्गा पूजा की शुभकामनाएँ दीं और आशा जताई कि पर्व शांति और उत्साह के साथ मनाया जाएगा।
