Bokaro: झारखण्ड के नामी दिल्ली पब्लिक स्कूल, बोकारो (DPS Bokaro) ने नर्सरी और प्री-नर्सरी के 2024-25 सेशन के एडमिशन को लेकर निकाले अपने नोटिस में बड़ी घोषणा कर दी है। जिसके बाद डीपीएस बोकारो में अपने बच्चो के एडमिशन का सपना संजोय बैठे सैकड़ो अभिभावकों का दिल टूट गया है। हालांकि बीएसएल अधिकारियो और कर्मी राहत महसूस कर रहे है।
एडमिशन नोटिस में यह है लिखा
डीपीएस मैनेजमेंट द्वारा सोमवार को निकाले गए एडमिशन नोटिस के ‘Note’ में यह साफ़ लिख दिया है कि नर्सरी और प्री-नर्सरी में उनकी जितनी भी सीटों की संख्या है, उसका 25 परसेंट राइट टू एजुकेशन (RTE) अंतर्गत आने वाले गरीब बच्चो के लिए रिज़र्व है। बाकि बचे सीटों में से 75 परसेंट सीट बीएसएल कर्मचारियों के बच्चो को आवंटित की जाएगी।
डीपीएस द्वारा नोटिस में लिखी गई टिप्पणी :
* प्री नर्सरी और नर्सरी में 25% सीटें आरटीई के लिए होंगी।
* शेष सीटों में से 75% सीटें बोकारो स्टील प्लांट (बीएसएल) कर्मचारियों को आवंटित की जाएंगी
BSL में इतने अधिकारी और कर्मचारी
बता दें, बीएसएल में 1811 अधिकारी और 8162 कर्मचारी है। इस घोषणा के बाद बीएसएल कर्मचारियों में ख़ुशी की लहर दौड़ गई है। ट्रेड यूनियनो के लीडरो ने अपनी ख़ुशी जताई है। बताया जा रहा है कि डीपीएस बोकारो बीएसएल के जमीन पर बना है और उसके साथ एमओयू भी है।
डीपीएस बोकारो के मैनेजमेंट कमिटी में है यह चार बीएसएल अधिकारी
बताया जा रहा है कि डीपीएस बोकारो में बीएसएल मैनेजमेंट की मजबूत उपस्तिथि है। डीपीएस बोकारो के लोकल मैनेजमेंट समिति में बीएसएल के चार बड़े अधिकारी है। जिसमे ईडी पी&ए राजन प्रसाद प्रो वाईस चेयरमैन है, तो ईडी फाइनेंस सुरेश रंगनी, सीजीएम एचआरडी मनीष जलोटा और एनवायरनमेंट विभाग के हेड नवीन प्रकाश श्रीवास्तव है।
दिल्ली में हुई बैठक में हुई सहमति
बीएसएल कर्मचारियों के बच्चो के डीपीएस बोकारो में एडमिशन को लेकर हर साल प्रबंधन पर दबाव बढ़ता जा रहा था। 3 अगस्त को दिल्ली में हुई हाई-लेवल बैठक में डीपीएस सोसाइटी के चेयरमैन बी के चतुर्वेदी ने इस पर सहमति जताई। उक्त बैठक में डीपीएस बोकारो के मैनेजमेंट कमिटी का प्रतिनिधित्व कर रहे नवीन प्रकाश श्रीवास्तव ने बीएसएल कर्मचारियों के बच्चो को एडमिशन परेफरेंस दिए जाने की बात मजबूती से रखी। ईडी राजन प्रसाद वीडियो कांफ्रेंस से जुड़े हुए थे। दोनों अधिकारियो से गहरी बातचित के बाद डीपीएस सोसाइटी के चेयरमैन इस बात से सहमत हो गए। उस मीटिंग में डीपीएस बोकारो के प्रिंसिपल ए एस गंगवार भी थे।
एजुकेशन के लिए देशभर में मशहूर है DPS बोकारो
बता दें, अपने क्वालिटी एजुकेशन के लिए मशहूर डीपीएस बोकारो में पिछले दो दशकों से बच्चो के एडमिशन को लेकर काफी भीड़ रहती है। बोकारो का यह स्कूल काफी प्रसिद्ध है। हर साल भारी तादाद में यहां के बच्चे इंजीनियरिंग, मेडिकल, लॉ, मैनेजमेंट आदि के देश के प्रतिष्ठित संस्थानों में जाते है। बोकारो और आसपास के ज़िलों में ही नहीं, बल्कि झारखण्ड, बिहार और आसपास के बंगाल इलाको से यहां बच्चे पढ़ने आते है।
नोटिस में बीएसएल कर्मियों के बच्चो को बचे हुए सीटों में 75 परसेंट सीट आवंटित किये जाने के मामले में प्रिंसिपल डीपीएस ए एस गंगवार से बात करने की कोशिश की लेकिन नहीं हो पाई। अगर डीपीएस बोकारो प्रबंधन या प्रिंसिपल से इससे सम्बंधित कोई जानकारी या स्टेटमेंट आएगा तो उसको प्रमुखता से यहां लगा दिया जायेगा