Bokaro: चंदनक्यारी विधानसभा चुनावी घमासान के बीच झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के पूर्व प्रत्याशी विजय रजवार के झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा (JLKM) के संपर्क में आने की खबरों ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। विजय रजवार के JLKM सुप्रीमो जयराम महतो के संपर्क में होने की खबर ने सियासी पारा और भी बढ़ा दिया है। यह खबर न केवल नेताओं में चर्चा का विषय बनी हुई है, बल्कि आम जनता में भी इसे लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। JLKM के सूत्रों ने विजय रजवार के जयराम महतो के साथ संपर्क में होने की पुष्टि की है, जिससे राजनीतिक माहौल गर्मा गया है। Click to join Whatsapp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
JLKM की चौथी सूची का इंतजार
झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा (JLKM) ने आगामी विधानसभा चुनाव में 70 सीटों पर लड़ने का ऐलान किया है, जिसमें से अब तक 28 सीटों पर प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी गई है। अभी तक चंदनक्यारी विधानसभा सीट का उम्मीदवार घोषित नहीं किया गया है, जिससे सभी की नजरें JLKM की चौथी सूची पर टिकी हुई हैं। आज शुक्रवार को पार्टी की मैनिफेस्टो ड्राफ्टिंग कमेटी की बैठक बोकारो में बुलाई गई है, जिसमें चौथी सूची को अंतिम रूप दिए जाने की उम्मीद है। यह सूची आज या कल जारी हो सकती है, जिससे उम्मीदवारों के नाम पर चल रही चर्चाओं पर विराम लग सकता है।
उमाकांत रजक के कदम से मचा सियासी भूचाल
पूर्व विधायक उमाकांत रजक के ऑक्सू पार्टी छोड़कर झामुमो में शामिल होने के कदम ने चंदनक्यारी की राजनीति में भूचाल ला दिया है। इस घटनाक्रम ने विजय रजवार की राजनीतिक स्थिति को कमजोर कर दिया है, जबकि नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी का भाजपा टिकट से चुनाव लड़ना पहले ही तय हो चुका है। विजय रजवार को 2019 में झामुमो ने अपना प्रत्याशी बनाया था, लेकिन इस बार उमाकांत रजक को चंदनक्यारी से टिकट दिए जाने की संभावना जताई जा रही है, जिससे विजय रजवार की चुनावी दावेदारी खतरे में है। Click to join Whatsapp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
रजवार समाज में आक्रोश और JLKM से नई उम्मीद
विजय रजवार के टिकट काटे जाने की अटकलों से रजवार समाज में गहरी नाराजगी है। उनके पिता, संतोष रजवार, झामुमो के केंद्रीय सचिव और लगभग 44,000 रजवार समाज के नेता भी हैं। समाज का मानना है कि विजय रजवार को चुनाव में उतरना चाहिए, जिससे उन पर समाजिक दबाव भी बढ़ रहा है। यदि विजय रजवार JLKM में शामिल होते हैं, तो चंदनक्यारी का चुनावी समीकरण पूरी तरह बदल सकता है। चंदनक्यारी विधानसभा में करीब 68,000 महतो वोटर हैं, जो जयराम महतो के समर्थक माने जाते हैं, और रजवार समाज का भी प्रभाव है। विजय रजवार के इस कदम से चुनाव में एक नया मोड़ आ सकता है। 2019 के विधानसभा चुनाव में जहां अमर कुमार बाउरी को 67,739 वोट मिले, उमाकांत रजक को 58,528 वोट मिले और विजय रजवार को 36,400 वोट मिले थे।
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