Bokaro: जिले के गोमिया प्रखंड के जागेश्वर विहार थाना क्षेत्र के तिलैया गांव में सोमवार की रात हाथियों के झुंड ने हमला कर दो युवकों की जान ले ली। रात करीब आठ बजे गांव की दुकान के पास कुछ लोग बातचीत कर रहे थे, तभी जंगली हाथी अचानक गांव में आ धमके। उनकी चिंघाड़ से पूरे इलाके में अफरातफरी मच गई।
दो ग्रामीणों को सूंड़ से पकड़कर पटक दिया, मौके पर ही मौत
घबराहट में लोग अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे। इसी दौरान एक हाथी ने 40 वर्षीय चरकु महतो और 38 वर्षीय प्रकाश महतो को सूंड़ से पकड़कर जोर से पटक दिया, जिससे दोनों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। IFS अधिकारी सुनीप शिंदे ने बताया कि यह झुंड बिछड़ा हुआ है और इसमें दो हाथी के बच्चे (काफ़) भी शामिल हैं, जिसकी वजह से हो सकता है झुण्ड आक्रामक हो गया है। उस इलाके में हाथी के झुण्ड के मूवमेंट की सुचना पहले से थी। हमने क्विक रिस्पांस टीम (QRT) उस इलाके में नजर रखने के लिए लगा भी रखा था। फिर भी हैड्स हो गया।
ढोल-नगाड़ों और मशालों से हाथियों को खदेड़ा, वन विभाग पहुंचा मौके पर
घटना के बाद पूरे गांव में मातम छा गया। ग्रामीणों ने साहस दिखाते हुए ढोल-नगाड़ों और आग की रोशनी के सहारे हाथियों के झुंड को जंगल की ओर खदेड़ दिया। सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम और पुलिस मौके पर पहुंची और हालात का जायजा लिया। मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
परिवारों में कोहराम, मुआवजे की मांग तेज
मृतकों के परिवार में एक-एक पुत्र और पुत्री हैं। दोनों गरीब परिवार से है। हादसे के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। ग्रामीणों ने वन विभाग और जिला प्रशासन से मांग की है कि पीड़ित परिवारों को शीघ्र उचित मुआवजा दिया जाए और गांव में सुरक्षा बढ़ाई जाए ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं दोबारा न हों।
वन विभाग ने शुरू की मुआवजा प्रक्रिया
वन विभाग की ओर से फिलहाल प्रत्येक मृतक के परिवार को ₹25,000 का तात्कालिक मुआवजा दिया गया है। लगभग ₹3.75 लाख के पूर्ण मुआवजे की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।

