Bokaro: चिन्मय विद्यालय के स्वामी तेजोमयनन्द सभागार में क्लासरूम स्ट्रेटजी पर आधारित कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का शुभारंभ विद्यालय प्राचार्य सूरज शर्मा ने दीप प्रज्वलित कर किया।
शुभारंभ करते हुए प्राचार्य सूरज शर्मा ने कहा कि एक शिक्षक अपनी कक्षा में पठन-पाठन को जितना कुशलता पूर्वक शिक्षण विधि का प्रयोग कर अपनी विषयों को छात्रों तक सरलता से समझा पायेंगे। छात्र उतनी ही सरलता से उसे ग्रहण कर सकते है। इसके लिए अत्यंत आवश्यक है कि कक्षा के वातावरण को सकारात्मक बनाया जाय।
सूरज शर्मा ने सभी शिक्षकों को स्पेशल टिप्स देकर अपनी बातों को बताया। उन्होंने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि क्लास रूम स्ट्रेटजीस के विभिन्न विधि में व्याख्यान विधि, प्रदर्शन विधि, प्रश्नोत्तर विधि इत्यादि प्रमुख हैं। सभी विधि की व्यख्या उन्होंने स्लाइड शो प्रेजेंटेशन एवम विभिन्न वीडियो के माध्यम से किया।
इसी संदर्भ में प्राचार्य प्रश्नोत्तर विधि की व्याख्या करते हुए कहा कि इस विधि से छात्रों में चिंतन स्तर का विस्तार किया जाता है और इससे छात्रों की स्मरण शक्ति भी बढ़ती है। छात्रों में विषय की रुचि बढ़ती है एवम अनुशासन बना रहता है। इस प्रयोग विधि से बच्चों के गुणवत्ता को जाना जा सकता।
कक्षा में प्रवेश करते ही शिक्षकों को पूरे वातावरण में सकारात्मकता लाना जरूरी है। साथ ही हम खेल-खेल में शिक्षा प्रदान कर सकते हैं।इस विधि से प्राप्त ज्ञान को स्थायित्व प्रदान होता है और छात्र लम्बे समय तक ज्ञान के भंडार को अपने मस्तिष्क में रख सकते हैं
कक्षा में उचित वातावरण से शिक्षकों के द्वारा शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाया जा सकता है शिक्षा के उद्देश्य एवम लक्ष्य को पूर्ण रूप से प्राप्त किया जा सकता है। क्लासरूम स्ट्रैटेजी नई शिक्षा नीति की नवीन आवश्यकता है, वर्तमान परिस्थितियों में समय समय पर शिक्षण तकनीक में नई सकरात्मक बदलाव किया जाना बेहद जरूरी है।
कार्यशाला का संचालन सुप्रिया चैधरी ने सफलता पूर्वक किया। रणधीर नारायण ने तकनीकी सहयोग किया। इस कार्यशाला में कक्षा प्रथम से बारहवीं तक के सभी शिक्षक एवम शिक्षिका उपस्थित थी।