Bokaro : भारतमाला प्रोजेक्ट अंतर्गत ज़िले के जैनामोड़ (Bokaro) से लेकर गोला (Ramgarh) और वहां से ओरमांझी (Ranchi) तक फोरलेन एक्सप्रेस वे का डीपीआर तैयार हो चूका है। फोर लेन बनने वाली झारखण्ड की यह एक्सप्रेस-वे पूरी तरह से नयी सड़क होगी। जो आगे चलकर रांची से गुमला, बिलासपुर व छत्तीसगढ़ के रायपुर से जुड़ेगी।
नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने इसे दो चरणों में बनाने की योजना तैयार की है। पहले चरण में यह सड़क बोकारो के जैनामोड़ से गोला तक बनाई जाएगी। वहीं, दूसरे चरण में गोला से ओरमांझी रांची तक इसे बनाया जाएगा। एनएचएआई ने बोकारो के जैनामोड़ से बनाई जाने वाली फोरलेन एक्सप्रेस-वे के लिए सिविल वर्क में 663 करोड़ की लागत की योजना तैयार की है।
बोकारो में जमीन अधिग्रहण में करीब 340 करोड़ की लागत आएगी। यानी 34.60 किमी लंबी सड़क 1003 करोड़ रुपये की लागत आएगी। वही रामगढ़ के गोला से ओरमांझी, रांची तक 25.74 किमी लंबी सड़क को 733 करोड़ की लागत से बनाया जाएगा। इसमें सिविल वर्क में 473 करोड़ खर्च किया जाएगा, वहीं जमीन अधिग्रहण में 260 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
अधिकारियों के अनुसार इस एक्सप्रेस वे के निर्माण के लिए बिड जारी कर दिया गया है। यह प्रयास हो रहा है कि दिसंबर तक टेंडर की प्रक्रिया पूरी कर संवेदक को काम भी अवार्ड कर दिया जाए। सड़क निर्माण के लिए अलाइमेंट भी तय कर लिया गया है। लगभग 60 किमी लंबी इस सड़क का निर्माण 1736 करोड़ से किया जाएगा। इसमें जमीन लेने के बदले करीब 600 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
रैयतों को बड़ी राशि मुआवजे के रूप में दी जाएगी। अपर समाहर्ता सादात अनवर ने कहा कि भारतमाला प्रोजेक्ट को लेकर ज़िले में साडी तैयारियां पूरी कर ली गई है। स्थानीय विधायक प्रतिनिधि, संबंधित पंचायतों के मुखिया और रैयतों से बैठक कर के हर समस्या को सुलझा लिया गया है। फिलहाल 6 कंप्लेंट बची हुई जिसमे स्थानीय निवासी गैर मजूरवा भूमि पर दावा कर रहे है, जिसकी जाँच भी पूरी हो गई है।
जैनामोड़ से गोला होते हुए रांची के ओरमांझी तक की 60 किमी लंबी सड़क के निर्माण के लिए 398.37 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जायेगा। इनमें ज्यादातर कृषि भूमि है। अधिकारियों के अनुसार जल्द ही जमीन अधिग्रहण के लिए नोटिस आदि निकाल दिया जायेगा। बताया जा रहा है कि एनएचएआई ने एक्सप्रेस वे सड़क में सारी सुविधाएं होंगी। बड़े वाहनों ट्रक-टेलर के लिए अलग से सर्विस लेन भी बनाया जाएगा। ड्राइवरों के लिए विश्रामघर भी होगा।