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बोकारो के वैसे उद्यमी जो आसमान छूना चाहते है, दहलीज पर खड़े इस अवसर का लाभ उठाये


Bokaro: ज़िले में संचालित MSME इकाइयों और उत्पादकों के लिए अच्छी खबर है। बोकारो के लघु एवं मध्यम उद्यमियों के लिए दो दिवसीय राष्ट्रीय स्तर की संगोष्ठी बीएसएल के HRD सेंटर में बुधवार से आयोजित की जा रही है। भारत सरकार, एमएसएमई मंत्रालय,एमएसएमई विकास कार्यालय इसका आयोजन पहली बार बोकारो में कर रहा है।

इस संगोष्ठी का मुख्य उद्देश्य एमएसएमई इकाईयों को राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय बाजार में नवीनतम चलन, निर्यात संवर्द्धन, निर्यात की प्रक्रिया, निर्यात संबंधित दस्तावेजीकरण, जेम (GEM) पोर्टल पर पंजीकरण इत्यादि के बारे में वृहद रुप से जानकारी दी जाएगी एवं उन्हें जागरुक किया जायेगा।

नया क्षितिज खोलेगा-
यह कदम एमएसएमई संचालको के लिए एक नया क्षितिज खोलेगा। इसके अलावा, उन्हें खरीद और विपणन के प्रति जागरूक किया जायेगा ताकि वे एक खुले और प्रतिस्पर्धी बाजार में अच्छी तरह से फल-फूल सकें।

एमएसएमई विकास के संयुक्त निदेशक और कार्यालय प्रमुख इंद्रजीत यादव ने कहा कि झारखंड में, लगभग 2.20 लाख पंजीकृत MSME है। जो मुख्य रूप से बोकारो, जमशेदपुर, धनबाद और रांची में स्थित हैं। उनमें से, 70 से 80 प्रतिशत MSME प्रमुख रूप से इंजीनियरिंग सामान, हस्तकला, खाद्य प्रसंस्करण और अन्य सहित विविध उत्पादों की इकाई हैं। बोकारो में अधिकांश MSME इंजीनियरिंग सामान के उत्पादक हैं।

निर्यात की प्रक्रिया की दी जाएगी जानकारी-
संगोष्ठी के प्रथम दिवस में सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यमियों को फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गेनाइजेशन, जिसे लोकप्रिय रूप से फियो (FIEO) के नाम से जाना जाता है। इसके कोलकाता स्थित कार्यालय से वरीय अधिकारीगण निर्यात संवर्द्धन, निर्यात की प्रक्रिया, निर्यात संबंधित दस्तावेजीकरण इत्यादि के बारे में जानकारी देंगे।

भारत से अंतर्राष्ट्रीय व्यापार को बढ़ावा देने के लिए भारत का फियो केंद्र और राज्य सरकारों, वित्तीय संस्थानों, बंदरगाहों, रेलवे, भूतल परिवहन और निर्यात व्यापार सुविधा में लगे सभी के साथ भारत के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार समुदाय के बीच महत्वपूर्ण इंटरफ़ेस प्रदान करता है।

अधिकारियों से सीधे वार्तालाप का अवसर-
इस संगोष्ठी में प्रतिभागी उद्यमियों को फियो के अधिकारियों से सीधे वार्तालाप करने का अवसर मिलेगा जिससे वे अपनी शंकाओं का समाधान कर सकेंगे। इससे अनुसुचित जाति, अनुसुचित जनजाति एवं महिला उद्यमियों को व्यापार जगत में आ रहे बदलाव की अद्यतन जानकारी प्राप्त हो सकेगी तथा वे अपने उत्पादों को निर्यात के माध्यम से नए विदेशी बाजारों तक पहुंचा कर अपने उद्यमों का बेहतर विकास कर सकेंगे।

GEM के बारे में पूर्ण जानकारी-
संगोष्ठी के द्वितीय दिवस में सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यमियों को तकनीकी सत्र में डीजीएफटी कोलकाताए एवं जेम (GEM) रांची के वरीय अधिकारीगण अपना अनुभव एवं कौशल सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमियों के साथ साझा करेंगे।

रांची से आए जेम के झारखंड राज्य के जेम फैसिलिटेटर द्वारा एमएसएमई उद्यमियों को अपने उत्पादों को सरकारी विभागों एवं सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों को जेम पोर्टल के माध्यम से आपूर्ति करने की विधि सिखाई जाएगी, जिससे उन्हें एक बेहतर बाजार उपलब्ध हो सके एवं उनके व्यापार का विकास हो सके।

बैंक विशेषज्ञ भी रहेंगे –
इसके अलावा बैंकिंग सेक्टर के विशेषज्ञ विभिन्न स्कीमों के तहत एमएसएमई के लिए भारत सरकार की ओर से उपलब्ध ऋण सहायता को प्राप्त करने हेतु आवश्यक दस्तावेजों एवं आवेदन की प्रक्रिया को विस्तार से बताएंगे।

एमएसएमई विकास कार्यालय, रांची के अधिकारी एवं संगोष्ठी के संयोजक सहायक निदेशक गौरव ने बताया कि वैसे सभी एमएसएमई इकाई जिन्होंने उद्यम पंजीकरण कराया है तथा जिनके पास उद्यम पंजीकरण प्रमाण पत्र उपलब्ध है उनका इस संगोष्ठी में स्वागत है। इस कार्यक्रम में बोकारो जिले के उद्योग संघों, चैम्बर्स एवं बोकारो जिले में कार्यरत क्लस्टरों के सहयोग से लगभग 100 से ज्यादा एमएसएमई उद्यमियों के शामिल होने की संभावना है।


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