Bokaro: चंदनक्यारी स्थित ईएसएल स्टील प्लांट (ESL) के लोक जनसुनवाई के एक दिन बाद वहाँ के स्थानीय विधायक, अमर बाउरी ने कंपनी के खिलाफ आंदोलन शुरू कर दिया है। विधायक को कंपनी के 3 मीलियन टन के विस्तार के लिए इस तरह बिना स्थानीय लोगो को बताये लोक जनसुनवाई करवाना नागवार गुजर रहा है। ESL प्लांट के आसपास के गावों में भी लोगो के बीच इस तरह के जनसुनवाई को लेकर काफी रोष है। विधायक के नेतृत्व में सब गोलबंद हो रहे है।
उधर धनडाबर में मासस व असंगठित मजदूर मोर्चा की संयुक्त बैठक विभूति हाजरा की अध्यक्षता में हुई। बैठक में वेदांता-इलेक्ट्रो स्टील के विस्तारीकरण को लेकर लोक जनसुवाई कार्यक्रम में ग्रामीणों को शामिल नहीं होने देने का विरोध किया। मासस के जिला सह सचिव भीम रजक ने कहा कि प्रबंधन की मंशा साफ नहीं है। इसलिए ग्रामीणों को शामिल नहीं किया गया। प्रबंधन की मनमानी नहीं चलने दी जाएगी। जमीन देने वाले सैकड़ों रैयत आज भी नियोजन के आश में भटक रहे हैं।


भाजपा विधायक अमर बाउरी ने कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए कहा “कंपनी तुमने झूठ की जनसुनवाई दिखाई, अब थोड़ा सच की जन-आंधी भी देख लो”। अब कंपनी के ऑपरेशनल क्षेत्र में हस्ताक्षर अभियान चलाया जायेगा। एक-एक स्थानीय निवासी से कंपनी के जनसुनवाई के सन्दर्भ में हस्ताक्षर कराया जायेगा। जिसे चीफ सेक्रेटरी और प्रदुषण विभाग के सचिव से मिलकर उनको जमीनी असलियत से अवगत करते हुए ज्ञापन के माध्यम से सापेंगे और इस जनसुनवाई को रद्द करने की मांग करेंगे। अगर तब भी जनसुनवाई रद्द नहीं हुई तो हमलोग सड़क पर उतरेंगे।
विधायक आज गुरुवार को अलकुशा और सियालजोरी के कुछ गावों में आयोजित बैठक में सरीख हुए। बैठक में वेदांता-इलेक्ट्रो स्टील द्वारा किए गए लोक जनसुनवाई कार्यक्रम का विरोध करते हुए उसे रद्द करने की मांग की गई। विधायक अमर कुमार बाउरी ने कहा कि प्रबंधन चोरी छुपे कार्य करना चाह रही है। इससे साफ पता चलता है कि प्रबंधन की मंशा साफ नहीं है। जनसुवाई में स्थानीय प्रतिनिधि को नहीं बुलाना ग़लत है। कम्पनी प्लांट परिसर में जनसुवाई कर यहां के जनता के साथ धोखा किया है। अपने चहेते लोगों को बुलाकर अपनी ही बात अपने पक्ष रखवायी है।
बाउरी ने कहा की इस संबंध में डीसी और सीएमओ को ट्वीट करने के बाद भी कार्यक्रम को रद्द नहीं किया गया । अगर जरूरत पड़ी तो जनसुवाई कारवाई को रद्द करने के लिए सड़क से सदन तक आन्दोलन किया जाएगा। कहा कि चास चंदनकियारी की जनता को विस्तारीकरण का विरोध नहीं है, परंतु रैयत मजदूरों की समस्या का निदान भी जरूरी है। प्रबंधन पहले जमीन देने वालों में वंचित रह चुके रैयत मजदूरों को नियोजन दें, साथ ही पर्यावरण की सुरक्षा की गारंटी लेनी होगी। इजरी नदी और आसपास के तालाब गंदी हो चुकी है। प्रबंधन इस दिशा सकारात्मक पहल करने की प्रयास नहीं किया। प्रबंधन की सीएसआर विभाग भी दिखावा कर रही है।

जनसुवाई को लेकर सीएसआर विभाग अपनी गतिविधियां तेज कर दी थी ताकि लोगों को दिग्भ्रमित कर सकें। कहा कि भोली भाली जनता को सादे कागज पर हस्ताक्षर कराकर घिनौना कार्य किया है। उन्होंने कहा कि जनसुवाई को रद्द करने के लिए आसपास के गांवों में तीन दिनों तक हस्ताक्षर अभियान चलाया जाएगा तत्पश्चात मुख्य सचिव व संबंधित विभाग को सौंपा जाएगा। उसके बाद अगर पन्द्रह दिनों के अंदर जनसुनवाई रद्द नहीं हुई तो आरपार की लड़ाई होगी। मौके पर भाजपा नेता और कार्यकर्ता अम्बिका खवास, जयदेव राय, गोवर्धन सिंह, गौर रजवार, श्याम पैतण्डी, बबलू चौबे, राधेश्याम सिंह, रूपेश शेखर, सोनम दूबे, मुकेश बाउरी, रजनीकांत महतो, जहांगीर अंसारी, जे पी महतो, विजय दशौंधी, सुदाम माहथा, सीता राम महतो,आशुतोष दूबे आदि थे।
हलाकि बुधवार को लोक जनसुनवाई के दौरान ईएसएल कंपनी ने स्थानीय लोगों के कल्याण एवं उन्नति के प्रति अपनी कटिबद्धता को पुनः दोहराते हुए स्पष्ट किया की विस्तारीकरण से ईएसएल में रोज़गार अवसरों में स्थानीय समूह के लिए भारी बढ़ौतरी होगी। कम्पनी का उद्देश्य कुल 70% स्थानीय लोगों को कम्पनी में रोज़गार देने का है। वहीँ स्थानीय प्रतिनिधियों ने ईएसएल के सामाजिक कार्यों व प्लांट आने के बाद क्षेत्र में आयी उन्नति का विस्तृत वर्णन किया और कंपनी के महत्व को दर्शाया। इसके अलावा आज के संदर्ब में हमने कंपनी के अधिकारी से बात करने की कोशिश की पर हो नहीं पाई। जैसे ही हमे कंपनी का स्टेटमेंट मिलेगा हम उसे इसमें जोड़ देंगे।
