बेरमो अनुमंडल अंतर्गत गोमिया थाने के बाहर खड़े दो ट्रकों में आग लग गई. घटना के बाद दो दमकलों ने मौके में पहुंचकर आग पर काबू पाया. पुलिस सूत्रों ने बताया, आग लगने का एक संभावित कारण यह भी है कि किसी ने रात में पटाखे चलाए और उसकी चिंगारी खड़ी ट्रकों पर गिर गई और उसमें आग लग गई.
गोमिया थाने के प्रभारी अधिकारी आशीष खाखा ने बताया कि कोयला ढुलाई के सिलसिले में 2011 में ट्रकों को जब्त किया गया था. सुबह ट्रकों में आग लग गई. उन्होंने कहा, कल रात एक शादी का समारोह था। बारात में शामिल लोगों ने पटाखे फोड़े थे. संभवत: पटाखों की चिंगारी के कारण ही आग लग गई.
सुबह करीब 4 बजे सूचना मिली कि दोनों ट्रकों में आग लग गई है. आग इतनी भीषण थी कि दोनों ट्रकों में आग की लपटें उठने लगीं. किसी तरह दमकल की गाड़ियों ने आग पर काबू पाया. आग की घटना में कोयले से लदे दोनों ट्रक जल कर राख हो गए. गर्मी के कारण झाड़ियां पूरी तरह सूख चुकी थीं. इसलिए चिंगारी गिरने के बाद धीरे-धीरे सुलगती रही और ट्रकों में आग लग गई.
जिले के बेरमो अनुमंडल में पिछले 24 घंटे में आग की यह दूसरी घटना है. इससे पहले 17 अप्रैल को सेंट्रल कोलफील्ड लिमिटेड (CCL) की कथारा परियोजना के जारंगडीह में बंद कैप्टिव पावर प्लांट में भीषण आग लग गई थी. दमकल की दस गाड़ियां पहुंची और करीब नौ घंटे में किसी तरह आग पर काबू पाया. आशंका जताई गई कि आग शार्ट सर्किट से लगी है। कैप्टिव पावर प्लांट 4 साल से बंद था.