Hindi News

Bokaro में गोटरी बैंक और पोल्ट्री फेडरेशन की होगी स्थापना


Bokaro: पेटरवार में कृषि विज्ञान केंद्र की समीक्षा बैठक के दौरान उपायुक्त अजय नाथ झा ने प्रखंड एवं जिला स्तर पर पोल्ट्री फेडरेशन के गठन का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि इस फेडरेशन के माध्यम से पोल्ट्री पालकों को सीधे बाजार से जोड़ा जाएगा, जिससे उन्हें उचित मूल्य मिल सकेगा और उनकी आमदनी बढ़ेगी।

उन्होंने बताया कि जिले के आंगनबाड़ी केंद्रों में अंडों की आपूर्ति अब सीधे फेडरेशन से की जाएगी। यदि उत्पादन अधिक होता है, तो पास के जिलों में भी आपूर्ति की जाएगी। इस पहल से बिचौलियों की भूमिका समाप्त होगी और पोल्ट्री पालकों को बाजार में सीधा लाभ मिलेगा।

बैठक में कृषि व संबद्ध योजनाओं की प्रगति की हुई समीक्षा 
बुधवार को बोकारो जिले के उपायुक्त अजय नाथ झा ने पेटरवार स्थित कृषि विज्ञान केंद्र (केवीके) का निरीक्षण किया। इस अवसर पर केवीके सभागार में आयोजित बैठक में कृषि, आत्मा, पशुपालन, गव्य विकास और भू-संरक्षण विभागों की योजनाओं की क्रमवार समीक्षा की गई। उपायुक्त ने सभी विभागों को बेहतर समन्वय और पारदर्शिता के साथ कार्य करने के निर्देश दिए।

कृषि आधारित रोजगार को बढ़ावा देने पर विशेष जोर 
बैठक में उपायुक्त ने स्पष्ट किया कि सरकारी योजनाएं केवल आंकड़ों की पूर्ति के लिए नहीं, बल्कि किसानों की आय में वृद्धि और कृषि आधारित रोजगार के अवसरों को बढ़ावा देने के लिए होनी चाहिए। उन्होंने मुख्यमंत्री कृषि सहयोग कोषांग के गठन और कृषि संवाद के लिए एक समर्पित प्लेटफॉर्म तैयार करने के निर्देश भी दिए।

 पोल्ट्री फेडरेशन से मिलेगा किसानों को लाभ 
उपायुक्त ने प्रखंड एवं जिला स्तरीय पोल्ट्री फेडरेशन के गठन का सुझाव दिया, जिससे अंडों की आपूर्ति सीधे आंगनबाड़ी केंद्रों तक पहुंच सकेगी। इससे बिचौलियों की भूमिका समाप्त होगी और पोल्ट्री पालकों को लाभकारी मूल्य मिलेगा।

प्रशिक्षण और तकनीकी डेमो को दी जाए प्राथमिकता 
केवीके की सराहना करते हुए उपायुक्त ने वैज्ञानिकों और आत्मा टीम को निर्देशित किया कि फसल विविधीकरण, प्राकृतिक खेती, सूक्ष्म सिंचाई, पशु चिकित्सा आदि पर नियमित प्रशिक्षण और फील्ड डेमो आयोजित किए जाएं।

भू-संरक्षण विभाग को दी गई जल संचयन योजनाएं तेज करने की सलाह 
उन्होंने भू-संरक्षण विभाग को जलग्रहण क्षेत्र विकास योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू करने और वर्षा जल संचयन तकनीकों को बढ़ावा देने का निर्देश दिया। कृषि भूमि के क्षरण को रोकने के लिए ठोस प्रयास की बात कही।

उद्यमशीलता और नवाचार आधारित योजनाएं हों तैयार 
उपायुक्त ने पशुओं की प्राथमिक चिकित्सा के लिए प्रखंडवार रिसोर्स पर्सन नियुक्त करने, पशुधन की स्वास्थ्य जांच सुनिश्चित करने और डेयरी प्लांट की स्थापना के लिए प्रस्ताव तैयार करने की बात कही। उन्होंने कहा कि योजनाएं केवल लक्ष्य आधारित न होकर नवाचार और दीर्घकालिक परिणामों पर केंद्रित हों।

बैठक में मौजूद रहे जिला स्तर के अधिकारी 
इस अवसर पर उपविकास आयुक्त शताब्दी मजूमदार, अपर समाहर्ता मोहम्मद मुमताज अंसारी, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी रवि कुमार, सहायक जनसंपर्क पदाधिकारी अविनाश कुमार सिंह, कृषि वैज्ञानिक सहित संबंधित विभागों के पदाधिकारी उपस्थित थे।


Similar Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!