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गुइलेन-बैरे सिंड्रोम: DC Bokaro ने कहा- खुद जागरूक बनें और दूसरों को भी करें जागरूक


Bokaro: गुइलेन-बैरे सिंड्रोम (GBS) एक गंभीर तंत्रिका तंत्र से जुड़ी बीमारी है, जो शरीर के तंत्रिका तंत्र को प्रभावित कर सकती है। बोकारो की उपायुक्त विजया जाधव ने इस बीमारी के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए एक बैठक आयोजित की, जिसमें जिले के अधिकारियों, स्वास्थ्य कर्मचारियों और शिक्षा संस्थानों को इसके लक्षणों और बचाव उपायों के बारे में जानकारी दी गई। इस दिशा में दिए गए महत्वपूर्ण निर्देशों से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि लोग समय रहते बीमारी के लक्षणों को पहचानें और उपचार के लिए सही कदम उठाएं। यह कदम इस बीमारी के प्रसार को रोकने में मदद करेगा। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x

पैनिक की जरूरत नहीं: GBS के मामले एकल हैं

उपायुक्त श्रीमती जाधव ने बताया कि गुइलेन-बैरे सिंड्रोम के मामले महाराष्ट्र के पुणे में अधिक पाए गए हैं, जबकि राज्य के रांची जिले में केवल एक संभावित मामला सामने आया है, जिसका यात्रा इतिहास महाराष्ट्र से जुड़ा हुआ था। उन्होंने लोगों से अपील की कि अफवाहों से बचें और इस बीमारी के लक्षणों के प्रति जागरूक रहें।

विद्यालयों में GBS के प्रति जागरूकता अभियान

उपायुक्त ने जिले के सभी विद्यालयों में शिक्षकों और बच्चों को गुइलेन-बैरे सिंड्रोम के बारे में जागरूक करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि यदि बच्चों में कोई लक्षण दिखें तो वे तुरंत अपने अभिभावकों को सूचित करें और नजदीकी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र या सदर अस्पताल में उपचार करवाएं। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x

स्वास्थ्य केंद्रों को अलर्ट मोड में रहने का निर्देश

उपायुक्त ने जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों को गुइलेन-बैरे सिंड्रोम के संभावित मामलों को लेकर अलर्ट रहने के लिए कहा। उन्होंने सिविल सर्जन डॉ. ए. बी. प्रसाद से यह सुनिश्चित करने को कहा कि सभी केंद्रों में आवश्यक दवाइयों का भंडारण सुनिश्चित किया जाए।

महिला समूहों और लोक प्रतिनिधियों से जागरूकता बढ़ाने की अपील

उन्होंने जेएसएलपीएस के महिला समूहों और लोक प्रतिनिधियों से भी इस बीमारी के लक्षण और उपचार के बारे में जागरूकता फैलाने का अनुरोध किया, ताकि अधिक से अधिक लोग इससे परिचित हो सकें और सही कदम उठा सकें। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x

गुइलेन-बैरे सिंड्रोम (GBS) के लक्षण

अगर आपको दस्त, उल्टी, सर्दी या खांसी के साथ निम्नलिखित में से कोई भी लक्षण दिखाई देता है, तो तुरंत निकटतम स्वास्थ्य सेवा केंद्र पर जाएं:

हाथों या पैरों में अचानक कमजोरी या सुन्नपन, साथ ही मांसपेशियों को हिलाने में कठिनाई।
हाथों और पैरों में तेजी से कमजोरी का बढ़ना।
हाथों या पैरों में हाल ही में सुन्नपन, झुनझुनी या चुभन जैसी सनसनी होना।
घुटनों या बाहों की मांसपेशियों में कम हरकत।
चलते समय संतुलन खोना या समन्वय में कमी।
बोलने, निगलने या सांस लेने में कठिनाई।

गुइलेन-बैरे सिंड्रोम (GBS) से बचाव के उपाय

जल सुरक्षा उपाय:

सुनिश्चित करें कि आप जो पानी पीते हैं वह साफ और सुरक्षित हो।
पानी को पीने से पहले कम से कम बीस मिनट तक उबालें और फिर ठंडा होने पर पिएं।

खाद्य सुरक्षा दिशा-निर्देश:

सब्जियों और फलों को साफ पानी से अच्छी तरह धोएं।
ताजा पका हुआ, घर का बना खाना खाएं। स्ट्रीट फ़ूड और खुले में रखे अस्वास्थ्यकर खाद्य पदार्थों से बचें।
पोल्ट्री और मांस को पूरी तरह से पकाकर खाएं।
अधपका या कच्चा भोजन, खासकर अंडे और चिकन, खाने से बचें।
व्यक्तिगत स्वच्छता बनाए रखें और प्रकोप के दौरान बर्तन या भोजन साझा करने से बचें।
कच्चे और पके हुए भोजन को अलग रखें और कच्चे मांस को संभालने के बाद रसोई की सतहों को कीटाणुरहित करें।

हाथ धोने की आदत:

खाने से पहले और शौचालय का उपयोग करने के बाद हाथ साबुन और पानी से धोएं।
भोजन को छूने से पहले हमेशा हाथ धोएं। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x

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