Bokaro: प्रदेश भाजपा (BJP) द्वारा आहूत ‘हेमंत सरकार हटाओ झारखंड बचाओ’ जनाक्रोश आंदोलन में सैकड़ो भाजपाइयों ने जिला मुख्यालय के समक्ष जोरदार प्रदर्शन किया। वहां तैनात पुलिसबल ने भाजपाइयों को जिला मुख्यालय परिसर में घुसने से रोका। भाजपा (BJP) कार्यकर्ताओं ने हेमन्त सरकार के जनविरोधियो नीतियों के खिलाफ रोष प्रकट किया। भाजपाई बोकारो हवाई अड्डा से चलकर जिला मुख्यालय पैदल मार्च करते पहुंचे थे। रास्ते भर कार्यकर्ताओं ने ‘हेमन्त सरकार गद्दी छोड़ो’, ‘महिला विरोधी हेमंत सरकार’, ‘किसान विरोधी हेमन्त सरकार’ जैसे नारे लगाते रहे।
चंदनकियारी विधायक अमर बाउरी ने कहा कि बोकारो जिला के तीन प्रखंड चास, चंदनकियारी व चन्द्रपुरा को सूखा प्रभावित क्षेत्र घोषित की सूची से बाहर करना कही न कही राजनैतिक द्वेष दिखलाता है। सरकार के मुखिया को लगता इन क्षेत्रों में कृषक नहीं। तीनो प्रखंडों के किसानों के साथ हेमंत सोरेन ने अन्याय किया। जब तक तीनो प्रखंड को सुखा ग्रसित घोषित नही की जाती तक भाजपा बोकारो जिला जनांदोलन कर सरकार को मजबूर करेगी।
पूर्व सांसद रविन्द्र राय ने कहा कि जब से हेमन्त सरकार बनी तब से किसान विरोधी गतिविधिया रही। रघुवर दास की सरकार द्वारा किसान सम्मान निधि योजना के तहत प्रति एकड़ 6000 दिया जाता था। वह महत्वपूर्ण योजना को हेमंत सरकार ने बन्द कर दिया। इस फैसले से किसानों मैं काफी रोष है। हेमंत सोरेन की सरकार न किसान हित, न ही महिला हित, न ही युवा हित मे कार्य कर रही है। यह सरकार सिर्फ लूट ,हत्या, अवैध खनन के लिए बनी है। इनके प्रतिनिधि ,नेता, भ्रष्टाचार मे संलिप्त है और अखबारों के सुर्खियां में है।
बोकारो विधायक बिरंची नारायण ने कहा कि भ्रष्टाचार के आकंठ मे डूबी हेमंत सरकार के प्रति जनाक्रोश व्याप्त है। एक सशक्त विपक्ष के नाते भाजपा हेमंत सरकार को समय समय पर आगाह करती रही है। लेकिन आम जनता के प्रति दायित्व को समझने के बजाय हेमंत सरकार चोरी और सीना जोरी कर रही है। झूठा वादा कर सत्तालोलुप हेमंत सरकार भ्रष्टाचार मे घिरते हुए देख कर लोक लुभवना घोषणा कर रही है और भ्रष्टाचार से झारखंड वासियों का ध्यान भटकाना और सहानुभूति बटोरना चाहती है। लेकिन किसी भी भ्रष्टाचारी को बख्शा नही जायेगा।
बिरंचि नारायण ने कहा कि हताशा होकर भाजपा कार्यकर्ताओं को जेल में डालने, मारने की धमकी मुख्यमंत्री के साथ उनके मंत्री नेता खुले मंच पर दे रहे। सरकार की नीति किसान,युवा,महिला विरोधी रही। राज्य मे लूट हत्या भय का माहौल के साथ अवैध खनन कर राज्य को राजस्व का नुकशान हो रहा। जिस वादों के साथ सरकार आई जनता के बीच तीन सालों मे पूरा नही कर सकी। जब आवाज आंदोलन उठती तो सरकार प्रलोभन देकर आंदोलन को शांत कर देती मगर आंदोलन करियो को फिर निराशा ही मिलती। सरकार ने इतनी उपलब्धि हासिल की कि आज ईडी कार्यालय तक पहुँच चुकी।
जनाक्रोश आंदोलन में पूर्व मंत्री छत्रुराम महतो,पूर्व जिला अध्यक्ष प्रह्लाद वर्णवाल,रोहितलाल सिंह, प्रह्लाद महतो,जगरनाथ राम,विनोद महतो ,मुकुल ओझा,दिलीप श्रीवास्तव, कमलेश राय, अनिल स्वर्णकार, लीला देवी,संजय त्यागी आदि कार्यकर्ता थे।