Bokaro: स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (SAIL) झारखंड में स्थित अपनी 4 मिलियन टन प्रति वर्ष (MTPA) क्षमता वाली तसरा कोकिंग कोल खदान को 2026 की दूसरी छमाही तक चालू करेगी। यह खदान सेल के बोकारो इस्पात संयंत्र (BSL) के अंतर्गत आती है। बीएसएल की झारखंड के धनबाद में तीन कोयला खदानें—चासनाला (Chasnala), जीतपुर (Jeetpur) और तसरा (Tasra) हैं। इनमें तसरा एकमात्र ओपनकास्ट खदान है, जबकि अन्य दो अंडरग्राउंड कोयला खदानें हैं। सिंदरी स्तिथ तसरा खदान की कोकिंग कोल गुणवत्ता सबसे उम्दा मानी जा रही है। घरेलू कोकिंग कोल पर बढ़ता फोकस
सेल (SAIL) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि वर्तमान में कंपनी अपनी कोकिंग कोल की कुल मांग का 16% घरेलू स्रोतों से पूरा करती है और इस हिस्से को बढ़ाने की योजना बना रही है। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
सेल की कोकिंग कोल खपत और आयात की स्थिति
कंपनी की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, वित्त वर्ष 2023-24 में सेल ने 19.37 मिलियन टन (MT) कोकिंग कोल की खपत की, जिसमें से 2.45 मिलियन टन घरेलू स्तर पर उपलब्ध हुआ। भारत ने वित्त वर्ष 2024 में ₹1.5 लाख करोड़ मूल्य का 58 मिलियन टन कोकिंग कोल आयात किया। इसमें सबसे बड़ा हिस्सा ऑस्ट्रेलिया से आया, इसके बाद अमेरिका, सिंगापुर और रूस प्रमुख आपूर्तिकर्ता रहे।
सेल के इस्पात उत्पादन में वृद्धि का लक्ष्य
तसरा खदान (Tasra Coal Mines) के चालू होने से सेल की कोकिंग कोल आवश्यकताओं की पूर्ति में मदद मिलेगी। कंपनी का लक्ष्य वित्त वर्ष 2024 में अपनी कच्चे इस्पात उत्पादन क्षमता को 19.10 MTPA से बढ़ाकर 2031 तक 35.65 MTPA करना है। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
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