Bokaro: झारखंड के साहसी पर्वतारोही शशि शेखर ने 13 जनवरी को दोपहर 4 बजे भारत का गौरव बढ़ाते हुए दक्षिण अमेरिका की सबसे ऊंची चोटी माउंट अकोंकागुआ (6,961 मीटर / 22,837 फीट) पर तिरंगा फहराया। यह चोटी न केवल दक्षिण अमेरिका की सबसे ऊंची चोटी है, बल्कि दक्षिणी गोलार्ध और एशिया के बाहर की सबसे ऊंची चोटी भी मानी जाती है। इसे पर्वतारोहण की प्रतिष्ठित “सात महाद्वीपों की ऊंचाई” में शामिल किया गया है। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
शशि ने इस अभियान के दौरान भारी बर्फबारी, व्हाइटआउट (जहां दृश्यता शून्य हो जाती है), और बर्फीले तूफानों जैसी कठिन चुनौतियों का सामना किया। -20 डिग्री सेल्सियस से नीचे के तापमान और तेज हवाओं ने इस चढ़ाई को और चुनौतीपूर्ण बना दिया। शशि ने कहा, “सबसे कठिन समय व्हाइटआउट के दौरान था, लेकिन मेरे आत्मविश्वास और माता-पिता से मिले साहस ने मुझे आगे बढ़ने में मदद की।”
एडवेंचर कंपनी की महत्वपूर्ण भूमिका
रांची स्थित एडवेंचर कंपनी लंबादा एडवेंचर ने इस अभियान में शशि शेखर का प्रायोजन और तकनीकी सहायता प्रदान की। इस कंपनी ने अभियान के हर चरण में उनका मार्गदर्शन किया। कठिन पर्वतारोहण अभियानों में विशेषज्ञता रखने वाली इस कंपनी ने शशि को न केवल तैयार किया, बल्कि इस चुनौतीपूर्ण सफर में हर संभव मदद की। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
शशि शेखर का साहसिक सफर
माउंट अकोंकागुआ की चढ़ाई से पहले शशि ने कई कठिन और साहसिक पर्वतारोहण अभियानों को सफलतापूर्वक पूरा किया है। इनमें प्रमुख हैं:
- यूरोप की सबसे ऊंची चोटी माउंट एल्ब्रस (5,642 मीटर / 18,510 फीट) पर विजय।
- माउंट एवरेस्ट के बालकनी क्षेत्र (8,430 मीटर) तक पहुंचने का साहसिक प्रयास।
- माउंट लोबुचे ईस्ट (6,119 मीटर / 20,075 फीट) को नेपाल में सफलतापूर्वक फतह करना।
- हिमाचल प्रदेश की माउंट मणिरंग के समिट कैंप (5,500 मीटर / 18,045 फीट) तक पहुंचना।
शशि अब दुनिया की सबसे ऊंची चोटियों और कठिनतम पर्वतारोहण अभियानों को फतह करने का सपना देख रहे हैं। माउंट अकोंकागुआ और माउंट एल्ब्रस की सफलता के बाद अब वह “सात महाद्वीपों की ऊंचाई” की शेष चोटियों पर चढ़ाई की तैयारी कर रहे हैं। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
झारखंड और भारत के लिए गर्व का क्षण
शशि शेखर की इस उपलब्धि ने झारखंड और पूरे भारत को गौरवान्वित किया है। उनके साहस, मेहनत और दृढ़ निश्चय ने यह साबित कर दिया है कि सही मार्गदर्शन और आत्मविश्वास से हर लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है।
परिवार और समर्थकों का आभार
शशि शेखर ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और समर्थकों को दिया। उन्होंने कहा, “मैं अपने माता-पिता, समाज सेविका कौशल्या देवी और पूर्व विधायक डॉ. लंबोदर महतो का आभार व्यक्त करता हूं। लंबादा एडवेंचर और उन सभी लोगों का धन्यवाद करता हूं जिन्होंने मुझ पर विश्वास किया और मुझे प्रेरित किया।” Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
युवाओं के लिए प्रेरणा
शशि शेखर का यह साहसिक अभियान झारखंड और भारत के युवाओं के लिए प्रेरणा है। उनकी मेहनत और सफलता उन्हें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आदर्श के रूप में स्थापित करती है। झारखंड के इस साहसी पर्वतारोही को आगामी अभियानों के लिए ढेरों शुभकामनाएं। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x