Bokaro: विस्थापित अप्रेंटिस संघ ने आज अपने नियोजन और अन्य मांगों को लेकर बोकारो स्टील प्लांट (BSL) के प्रभारी निदेशक बीके तिवारी के आवास के मुख्य द्वार पर अनिश्चितकालीन धरना दिया। वे सड़क पर बैठ गए और नारेबाजी की। इस धरने के कारण चास से नया मोड़ तक सड़क वन-वे हो गई है, जिसके कारण कई घंटों तक यातायात प्रभावित हो रहा है। यूनियन नेता सुनील कुमार ने कहा कि वे लोग लंबे समय से नियोजन के लिए आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन प्रबंधन उनकी मांगों को नहीं मान रहा है। Click to join Whatsapp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
BSL प्रबंधन से सकारात्मक वार्ता लेकिन कोई कार्रवाई नहीं
संघ के अन्य नेता अमोद कुमार ने बताया कि 13 सितंबर 2024 को ED और CGM लेवल पर सकारात्मक वार्ता हुई थी, जिसमें संघ की मांगों पर विचार करने का आश्वासन दिया गया था। लेकिन 30 सितंबर 2024 को जब समिति के लोग फिर से प्रबंधन से मिले, तो उन्हें बताया गया कि अब तक किसी भी मांग पर कोई प्रगति नहीं हुई है। ऐसी स्थिति में संघ को मजबूरन 4 अक्टूबर 2024 से 1500 विस्थापित प्रशिक्षुओं के साथ प्रभारी निदेशक कार्यालय के मुख्य द्वार पर आमरण अनशन पर बैठना पड़ा। Click to join Whatsapp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
BSL प्रबंधन का रुख: विस्थापितों को नौकरी नहीं
कुछ दिन पहले बोकारो निवास में बीएसएल प्रबंधन द्वारा आयोजित प्रेस वार्ता में प्रभारी निदेशक ने एक सवाल के जवाब में सीधे तौर पर कहा था कि विस्थापितों के लिए किसी भी तरह के मुआवजे की देनदारी हमारी नहीं है। विरोध करने वाले लोग हमारे आस-पास के गांवों के हैं। हमारे लोग हो। हम उनके लिए कुछ करने की कोशिश जरूर करेंगे। लेकिन विस्थापित के नाम पर हम कोई नौकरी देने की स्थिति में नहीं हैं। Click to join Whatsapp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
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