Bokaro: सात महीने बाद एक बार फिर विस्थापित अपरेंटिस संघ के बैनर तले सैकड़ों विस्थापित युवा आंदोलन की राह पर उतर आए हैं। इस बार उनका विरोध बोकारो स्टील प्लांट (BSL) प्रबंधन या जिला प्रशासन के खिलाफ नहीं, बल्कि धनबाद के सांसद ढुलू महतो के खिलाफ है।
सांसद आवास के सामने धरना
बुधवार को बोकारो के विभिन्न इलाकों से पहुंचे विस्थापित युवा बाघमारा स्थित सांसद ढुलू महतो के आवास के सामने एकत्र हुए और वहीं धरने पर बैठ गए। प्रदर्शनकारियों में विस्थापित अपरेंटिस संघ के सदस्य और दिवंगत प्रेम महतो की माता भी शामिल थीं।
प्रेम महतो की मौत बना आंदोलन का केंद्र
बता दें कि अप्रैल माह में हुए एक प्रदर्शन के दौरान बीएसएल के एडीएम बिल्डिंग के सामने सीआईएसएफ जवानों द्वारा फेंका गया बांस प्रेम महतो के सिर में लग गया था, जिससे उनकी मौत हो गई थी। इस घटना के बाद विस्थापितों ने बीएसएल के खिलाफ जोरदार आंदोलन किया था। Video-
विस्थापितों ने सांसद पर वादाखिलाफी का लगाया आरोप
संघ के नेता सुनील कुमार ने कहा कि उस समय जिला प्रशासन और सांसद ढुलू महतो के आश्वासन पर आंदोलन वापस लिया गया था। तब वादा किया गया था कि स्वर्गीय प्रेम महतो के परिजनों को नौकरी, 20 डिमिल जमीन, उनकी प्रतिमा की स्थापना और विस्थापित अपरेंटिस संघ के युवाओं को बीएसएल में नौकरी दी जाएगी। लेकिन अब सात महीने बीत जाने के बावजूद कोई भी आश्वासन पूरा नहीं हुआ।
सांसद के प्रयासों का रिजल्ट जीरो
विस्थापित अपरेंटिस संघ के युवाओ ने कहा, “सांसद महोदय के आश्वासन और प्रयासों का परिणाम शून्य है। इसलिए अब हम न्याय के लिए उनके घर के सामने ही धरना देने को मजबूर हैं।”

