Bokaro: बोकारो स्टील प्लांट (BSL) की उदासीनता के चलते कोलकाता-अमृतसर औद्योगिक कॉरिडोर (Bokaro Amritsar Industrial Corridor) प्रोजेक्ट बोकारो में ठप पड़ने की कगार पर है। यह कोई पहली बार नहीं है, जब बोकारो में कोई बड़ा प्रोजेक्ट प्रभावित हो रहा हो। पहले भी यहां से कई बड़े प्रोजेक्ट रांची या देवघर जैसे अन्य शहरों में चले गए और वहां के विकास को गति दे रहे हैं। पढ़िए पूरी रिपोर्ट ….
2021 में हुआ था प्रोजेक्ट का ऐलान, अब ठंडे बस्ते में
वर्ष 2021 में केंद्र सरकार ने बोकारो को अमृतसर-कोलकाता औद्योगिक कॉरिडोर के तहत एक औद्योगिक उत्पादन नोड के रूप में घोषित किया था। इसके लिए 1000 एकड़ ज़मीन का चयन किया जाना था। जिसको लेकर जिला प्रसाशन ने स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (SAIL) की इकाई बोकारो इस्पात संयंत्र (BSL) से जमीन की मांग की थी। योजना के अनुसार, SAIL की सहायक इकाई बीएसएल को यह ज़मीन राज्य सरकार के उद्योग विभाग को हस्तांतरित करनी थी। लेकिन बीएसएल के असहयोग के कारण यह महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट अब ठप पड़ा हुआ है। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
डीसी ने जताई सख्त नाराज़गी, बैठक में लगाई फटकार
सोमवार को दिशा की बैठक में बोकारो की उपायुक्त विजया जाधव ने मंच से बीएसएल के अधिकारियों पर कड़ी नाराज़गी जताई। उन्होंने कहा, “अगर यह प्रोजेक्ट बोकारो से चला गया तो, इसकी पूरी ज़िम्मेदारी बीएसएल की होगी।” डीसी ने बैठक में बीएसएल के चीफ जनरल मैनेजर से पूछा कि आपने ज़मीन के वैल्यूएशन के लिए किस एजेंसी को नियुक्त किया ? राज्य सरकार जानना चाहती है कि क्या वह एजेंसी वैल्यूएशन के लिए अनुमोदित (एप्रूव्ड) थी?
700 करोड़ की ज़मीन का 1400 करोड़ का मूल्यांकन!
जमीन का वास्तविक मूल्य लगभग ₹700 करोड़ है, लेकिन बीएसएल ने इसे ₹1400 करोड़ के रूप में मूल्यांकन करवाया है। डीसी ने सवाल किया कि राज्य सरकार इतनी बड़ी राशि कहां से लाएगी ? उन्होंने चेताया कि इस प्रकार के अतार्किक मूल्यांकन और असहयोग के कारण प्रोजेक्ट कहीं और चला जाएगा, जिससे बोकारो के विकास का एक बड़ा मौका हाथ से निकल सकता है। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
Bokaro को मिलेगा या खो देगा बड़ा मौका ?
अमृतसर-कोलकाता औद्योगिक कॉरिडोर में झारखंड के अलावा गुजरात, हरियाणा, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान और उत्तर प्रदेश जैसे राज्य शामिल हैं। अगर बीएसएल का रवैया ऐसा ही रहा, तो बोकारो एक सुनहरा अवसर खो सकता है। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x