Bokaro: खुश रहना भी एक कॉरपोरेट स्किल है, जिसे सीखना हर पेशेवर के लिए जरूरी होता जा रहा है। इसी सोच के साथ बोकारो स्टील प्लांट (BSL) के ज्ञानार्जन एवं विकास केंद्र में IIM रांची के सहयोग से “साइंस एंड प्रैक्टिस ऑफ हैप्पीनेस” विषय पर विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन हुआ। Video
कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य महाप्रबंधक (ज्ञानार्जन एवं विकास) नीता बा के स्वागत भाषण से हुई। उन्होंने नेतृत्व विकास में भावनात्मक संतुलन की भूमिका को रेखांकित किया। कार्यक्रम में अधिशासी निदेशक (मानव संसाधन) राजश्री बनर्जी ने सुरक्षा शपथ दिलाई और कहा, “आज के समय में खुश रहना भी एक पेशेवर क्षमता है, जिसे विकसित करना आवश्यक है।”
IIM रांची से प्रो. तनुश्री दत्ता, प्रो. गौरव मराठे और प्रो. राजशेखर डेविड ने 26 वरिष्ठ अधिकारियों को वैज्ञानिक और व्यवहारिक दृष्टिकोण से तनाव प्रबंधन, भावनात्मक लचीलापन और कार्यस्थल पर संतुलन बनाए रखने के तरीके सिखाए। इस वर्कशॉप ने प्रतिभागियों को यह समझने में मदद की कि पेशेवर सफलता के साथ मानसिक सुख-शांति भी उतनी ही महत्वपूर्ण है।