Bokaro: दीपावली और छठ महापर्व की रंगीन छटा में पूरा बोकारो शहर सराबोर है। इसी कड़ी में चिन्मय विद्यालय, बोकारो में प्री-नर्सरी से लेकर कक्षा 12वीं तक के विद्यार्थियों के लिए एक विशेष असेंबली का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में विद्यालय के अध्यक्ष श्री बिस्वरूप मुखोपाध्याय और सचिव श्री महेश त्रिपाठी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। विद्यार्थियों ने पारंपरिक परिधानों में मनमोहक प्रस्तुतियां दीं, जिससे पूरा परिसर उत्सवमय माहौल में डूब गया।
नृत्य, नाटक और संगीत से भरी प्रस्तुति
कक्षा तीसरी से पांचवीं तक के विद्यार्थियों ने दीपावली और छठ महापर्व पर केंद्रित नृत्य, संगीत और नाट्य प्रस्तुति दी। “जोड़े-जोड़े फलवा” गीत पर की गई प्रस्तुति ने स्वामी तपोवन हॉल को भक्ति से भर दिया। “मेले हैं चिरागों के” पर प्रस्तुत नृत्य ने दीपावली की उत्सवी भावना को जीवंत किया, जबकि “उगी हे सूरजमल” पर किया गया छठ पूजा नृत्य आस्था और सांस्कृतिक परंपरा का प्रतीक बना। साथ ही विद्यार्थियों ने ‘प्रदूषण रहित दीवाली’ का संदेश देते हुए नाटक के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण का आह्वान किया।
संस्कृति और परंपरा पर जोर
विद्यालय अध्यक्ष श्री बिस्वरूप मुखोपाध्याय ने कहा कि भारत की संस्कृति और सभ्यता दुनिया की सबसे समृद्ध धरोहरों में से एक है। उन्होंने कहा कि दीपावली और छठ जैसे त्योहार समाज में एकता और भाईचारे का संदेश देते हैं। सचिव श्री महेश त्रिपाठी ने बताया कि दीपावली भगवान श्रीराम के अयोध्या लौटने की खुशी में मनाई जाती है और यह अच्छाई की बुराई पर विजय का प्रतीक है।

