Bokaro: दिवाली के दूसरे दिन बोकारो इस्पात संयंत्र (BSL) के विस्थापित धनघरी गांव में सैकड़ो की संख्या में महिलाएं पुरुष और बच्चे जमा हुए और सांसद, विधायक, जिला प्रशासन, रेलवे सहित नौ लोगों का पुतला दहन कर अपना आक्रोश व्यक्त किया। बच्चो और युवाओ ने जलाने के पहले लाठियों से पुतलों को पीटा और नारेबाजी की।
धनघरी बस्ती व अन्य गांवों के रैयतों ने बोकारो ग्रामीण रैयत अधिकार मोर्चा के बैनर तले विशाल रैली व सामूहिक पुतला दहन इस्पात नगर स्टेशन के समीप मोड़ में किया गया। जिसमे महिला-बच्चों में जिला प्रशासन ,रेलवे प्रशासन बीकेएससी और भू माफियाओं के खिलाफ काफी आक्रोश दिखा और जोरदार नारे बाजी किया गया।
बताया गया कि बोकारो के तलगाड़िया रेलवे लाइन दोहरीकरण काम में बाधा पहुंच रहे धनघरी गाँव के 16 घरों को रेलवे और जिला प्रशासन के द्वारा 24 सितंबर को अतिक्रमणकारी करार देते हुए घरों को तोड़ने का काम किया गया था। एक महीने बीत जाने के बाद भी स्थानीय विधायक सांसद और जिला प्रशासन सहित अधिकारियों के द्वारा सुध नहीं लेने पर आज बोकारो स्टील निर्माण में स्थापित हुए पीड़ित ग्रामीणों ने बोकारो इस्पात रेलवे स्टेशन के पास धनबाद सांसद, विधायक, जिला प्रशासन, रेल प्रशासन, भू माफिया, जमीन दलाल और अन्य 5 छूट भैया झोला छाप नेताओं का पुतला दहन किया गया।
इस दौरान बड़ी संख्या में ग्रामीण महिलाएं पुरुष और बच्चे पुतला दहन करते हुए लाठियों से पुतलों को पिटाई करने का काम किया गया।इस दौरान रेलवे सांसद विधायक जिला प्रशासन सहित अन्य लोगों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। उपस्थित ग्रामीणों ने हेमंत सोरेन से न्याय की गुहार लगाई। ग्रामीणों का कहना है कि हमने बोकारो स्टील निर्माण में जमीन दिया। आज तक हमें पुनर्वासित करने के लिए जमीन तक उपलब्ध नहीं कराया गया और हमारे घरों को छोड़कर हमें अतिक्रमणकारी आ जा रहा है जिससे हम लोगों को काफी दुख हो रहा है हम किसी कीमत पर अपनी जमीन को नहीं छोड़ेंगे।