Bokaro: झारखंड राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (JSPCB) की तीन सदस्यीय टीम ने शुक्रवार को बोकारो पावर सप्लाई कंपनी प्राइवेट लिमिटेड (BPSCL) के फ्लाई ऐश पॉन्ड और कूलिंग पॉन्ड का निरीक्षण किया। टीम ने देखा की ऐश पोंड भर जाने के बाद ऐश मिश्रित पानी कूलिंग पॉन्ड में बह रहा था। Video-
निरीक्षण टीम में विशेष कार्य अधिकारी और पूर्व प्रदूषण बोर्ड अधिकारी (रांची) संजय श्रीवास्तव, पर्यावरण इंजीनियर (रांची) गौरव जैन और जेपीएससीबी धनबाद क्षेत्र के क्षेत्रीय अधिकारी विवेक कुजूर शामिल थे। श्रीवास्तव ने पत्रकारों को बताया कि जेपीएससीबी मुख्यालय द्वारा गठित समिति ने फ्लाई ऐश पॉन्ड का दौरा कर आवश्यक डेटा एकत्र किया है। उन्होंने कहा, “हम अपनी रिपोर्ट अगले चार कार्य दिवसों में जेपीएससीबी मुख्यालय को सौंपेंगे, जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।”
जब उनसे इस मुद्दे की गंभीरता के बारे में पूछा गया, जिसे पश्चिम सिंहभूम के विधायक सरयू राय ने विधानसभा सत्र में उठाया था, तो श्रीवास्तव ने स्वीकार किया कि यह एक गंभीर मामला है और जेपीएससीबी इसे गंभीरता से ले रहा है।
बीपीएससीएल ऐश पॉन्ड तब चर्चा में आया जब विधायक सरयू राय, जो विधानसभा की अधीनस्थ विधान समिति के अध्यक्ष भी हैं, ने इसे विधानसभा में उठाया। मंगलवार को प्रश्नकाल के दौरान, सरयू राय ने बीपीएससीएल से निकलने वाले फ्लाई ऐश मिश्रित पानी के कूलिंग पॉन्ड को प्रदूषित करने और निवासियों के स्वास्थ्य के लिए खतरा बनने पर सरकार से हस्तक्षेप की मांग की।
उन्होंने विशेष रूप से बीपीएससीएल की लापरवाही की आलोचना की। उन्होंने विधानसभा में बताया कि ऐश पॉन्ड महीनों से ओवरफ्लो हो रहा है, जिससे प्रदूषित पानी कूलिंग पोंड होते हुए गर्गा नदी के माध्यम से दामोदर नदी में बह रहा है, जो स्थानीय निवासियों के लिए गंभीर पर्यावरणीय और स्वास्थ्य संबंधी खतरा पैदा कर रहा है।
इसके पहले सरयू राय ने स्वयं फ्लाई ऐश पोंड और कूलिंग पोंड का निरीक्षण किया था। उन्होंने आश्वासन था दिया कि वे इस मुद्दे को विधानसभा में उठाते रहेंगे और इसे राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) के समक्ष भी ले जाएंगे।