Bokaro: बोकारो स्टील प्लांट (BSL) की मेजबानी में आयोजित दो दिवसीय “नैनो टेक्नोलॉजी और टिकाऊ समाधानों के माध्यम से लौह और इस्पात उद्योग में रिफ्रैक्टरीज़ में प्रगति” विषय पर द्वितीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन आरईएफआईएस-4.0 का समापन शनिवार को हुआ. समापन समारोह में अधिशासी निदेशक (संकार्य) बीरेंद्र कुमार तिवारी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल थे.
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दो दिनों तक चले इस सम्मलेन में रिफ्रैक्टरी उद्योग से जुड़े विभिन्न चुनौतियों, विशेषकर वर्ष 2030 तक देश में इस्पात उत्पादन क्षमता 300 मिलियन टन के लक्ष्य को हासिल करने के परिप्रेक्ष्य में रिफ्रैक्टरी सेक्टर में देश को आत्म-निर्भर बनाने, इंडस्ट्री-4.0 टेक्नोलोजी के इस्तेमाल द्वारा कम लागत तथा उच्च गुणवत्ता वाले रिफ्रैक्टरी निर्माण के रोडमैप पर चर्चा हुई।
साथ ही इस्पात एवं रिफ्रैक्टरी उद्योग के परस्पर हितों को ध्यान में रखते हुए हाई करोज़ोन रीफ्रैक्टरीज ब्रिक लैडल लिप ब्रिक, नई पीढ़ी के एल्यूमिना ग्रेफाइट लैडल ब्रिक का विकास, उच्च गुणवत्ता वाले मोनोलिथिक लाइनिंग ब्रिक का उपयोग, टनडिश में इस्पात की गुणवत्ता में सुधार की आधुनिक तकनीक, लो कार्बन स्टील कास्टिंग में जिरकोनिया मीटरिंग नोजल के प्रदर्शन में सुधार के लिए अध्ययन जैसे विषयों पर भी गहन मंथन किया गया.
इसके अलावा रिफ्रैक्टरी के उचित उपयोग द्वारा जीएचजी मिटिगेशन, रिफ्रैक्टरी वेस्ट से सर्कुलर इकोनॉमी हेतु इनोवेटिव मैटेरियल्स की संभावना, ऊर्जा एवं पर्यावरण संरक्षण, मशीन लर्निंग इत्यादि पहलुओं पर भी सम्मलेन के दौरान विशेषज्ञों द्वारा विस्तारपूर्वक चर्चा की गई.