Bokaro: आज की भागदौड़ से भरी इस जिंदगी ने मनुष्य को इतना व्यस्त कर दिया है कि वह यह भी भूल गया है कि इस सारी भागदौड़ का वह तभी तक हिस्सेदार है, जब तक उसका शरीर स्वस्थ है । जो व्यक्ति अपने शरीर की उपेक्षा करता है , समझ लीजिए कि वह अपने लिए रोग , बुढ़ापा और मृत्यु के दरवाज़े खोलता है । आज के समाज में जो भयानक रोग तथा महामारियाँ दिखाई देती हैं उनका एक प्रमुख कारण व्यक्ति का अपने स्वास्थ्य के प्रति ध्यान न देना भी है।
बोकारो इस्पात नगर स्थित संत ज़ेवियर विद्यालय में २१ जून २०२३ , दिन बुधवार को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन बहुत ही सुचारू रूप से किया गया। विद्यालय के आदरणीय प्राचार्य महोदय फादर अरुण मिंज, एस.जे. के संरक्षण में विद्यालय के कक्षा नौवीं से बारहवीं तक के विद्यार्थियों ने योगाभ्यास किया।
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस प्रतिवर्ष २१ जून को मनाया जाता है। यह दिन उत्तरी गोलार्ध में वर्ष का सबसे लम्बा दिन होता है और योग भी मनुष्य को दीर्घायु बनाता है। ११ दिसम्बर २०१४ को संयुक्त राष्ट्र के १७७ सदस्यों द्वारा २१ जून को ‘अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस’ के रूप में मनाने के प्रस्ताव को मंजूरी मिली।
ज्ञातव्य है कि योग एक आध्यात्मिक प्रक्रिया है जिसमें शरीर और आत्मा ( ध्यान ) को एकरूप करना ही योग कहलाता है। मन को शब्दों से मुक्त करके अपने आपको शांति और रिक्तता से जोड़ने का एक तरीका है योग। योग समझने से ज्यादा करने की विधि है। योग साधने से पहले योग के बारे में जानना बहुत जरुरी है। योग के कई सारे अंग और प्रकार होते हैं, जिनके जरिए हमें ध्यान, समाधि और मोक्ष तक पहुँचना होता हैै।
विद्यालय के विद्यार्थियों ने योग करते हुए अपने जीवन में सदैव इसे जीवन का एक अभिन्न हिस्सा बनाए रखने हेतु संकल्प लिया। योगाभ्यास में विद्यार्थियों के द्वारा कई प्रकार के आयाम व आसन किए गए।
हमें अपने जीवन में योग को अपनाकर रोग मुक्त जीवन जीने के प्रति कदम आगे बढ़ाना चाहिए। संत ज़ेवियर विद्यालय अपने विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास हेतु पूर्णरूपेण संकल्पित है एवं भविष्य को ध्यान में रखते हुए हर संभव कदम उठाने के प्रति तत्पर है।