Bokaro: बोकारो में शुक्रवार को भगवान जगन्नाथ, उनकी बहन सुभद्रा और भाई बलभद्र की रथ यात्रा बड़े धूमधाम से निकाली गई। सेक्टर-4 स्थित जगन्नाथ मंदिर से शुरू हुई यह रथ यात्रा सेक्टर-1 स्थित राम मंदिर तक पहुंची। हजारों श्रद्धालुओं ने रथ खींचने का सौभाग्य प्राप्त किया।
बारिश के बावजूद पुरुष, महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग बड़ी श्रद्धा से रथ यात्रा में शामिल हुए। ‘हरिबोल’ और ‘जय जगन्नाथ’ के जयकारों से माहौल भक्तिमय हो गया। रथ यात्रा शुरू होने से पहले ‘छेरा-पहारा’ की रस्म निभाई गई, जिसमें बोकारो स्टील प्लांट के डायरेक्टर इंचार्ज बी के तिवारी ने झाड़ू से रथ की सफाई की।
विभिन्न सामाजिक संस्थाओं और पूजा समितियों ने सड़को पर शरबत और जलपान के स्टॉल लगाए। सिटी सेंटर के निवासी भगवान को छप्पन भोग अर्पित किये और श्रद्धालुओं के लिए जल सेवा भी की। जो बड़ा ही आत्मिक अनुभव रहा। पूरे रास्ते में जगह-जगह प्रसाद वितरित किया गया। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस बल की तैनाती रही। पूरी यात्रा शांतिपूर्वक संपन्न हुई।
जगन्नाथ मंदिर समिति के पुजारी ने बताया कि भगवान नौ दिन बाद रथ द्वारा मौसीबाड़ी (राम मंदिर) से वापस अपने निवास स्थान जगन्नाथ मंदिर लौटेंगे। इस पावन अवसर पर सिर्फ बोकारो टाउनशिप ही नहीं, बल्कि बेरमो, कसमार, चंदनकियारी समेत आसपास के इलाकों से भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुटी।
रथ यात्रा भगवान जगन्नाथ, उनके भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा की वार्षिक यात्रा है, जो ओडिशा के पुरी और देश के कई हिस्सों में बड़े धूमधाम से निकाली जाती है। यह यात्रा आषाढ़ शुक्ल द्वितीया को होती है और नौ दिनों तक चलती है। इस दौरान भगवान अपने ननिहाल (मौसीबाड़ी) जाते हैं और फिर वापस लौटते हैं।