झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा (JLKM) का महाअधिवेशन राजनीतिक बदलाव का संकेत बनकर उभरा। डुमरी विधायक जयराम महतो ने विस्थापन, 1932 खतियान, स्थानीय नियोजन, भाषा और पहचान जैसे मुद्दों पर निर्णायक संघर्ष का ऐलान किया। महाअधिवेशन में राज्यभर से भारी भागीदारी दिखी, जिसमें युवाओं, महिलाओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं की बड़ी भूमिका रही। जेएलकेएम अब गांव-गांव तक संगठन विस्तार कर वैकल्पिक राजनीतिक शक्ति बनने की ओर अग्रसर है।
राज्य की राजनीति में नई ऊर्जा का संचार
झारखंड की राजनीति में एक नई धारा तेजी से उभर रही है – झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा (जेएलकेएम)। शुक्रवार को भव्य तरीके से आयोजित महाअधिवेशन ने यह स्पष्ट कर दिया कि यह संगठन अब केवल सामाजिक मंच नहीं, बल्कि राज्य की राजनीतिक धारा को नया मोड़ देने की तैयारी में है। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
मूल मुद्दों पर आधारित आंदोलन की घोषणा
कार्यक्रम में डुमरी विधायक जयराम महतो ने साफ तौर पर कहा कि जेएलकेएम का मकसद सत्ता नहीं, बल्कि जनता के वास्तविक मुद्दों को लेकर सशक्त आंदोलन खड़ा करना है। उन्होंने कहा कि विस्थापन, स्थानीय नियोजन, 1932 का खतियान, भाषा और पहचान जैसे लंबे समय से उपेक्षित मुद्दे अब संगठन की प्राथमिकता में हैं। “यह लड़ाई सड़कों से लेकर सदन तक लड़ी जाएगी,” उन्होंने जोश से कहा।
राज्यभर से उमड़ी भीड़ बनी जन समर्थन का संकेत
इस महाअधिवेशन में झारखंड के कोने-कोने से हजारों की संख्या में प्रतिनिधि पहुंचे। कार्यक्रम में समाजसेवियों, बुद्धिजीवियों, युवाओं और महिलाओं की उल्लेखनीय भागीदारी रही। जयराम महतो ने बताया कि पार्टी अब गांव-गांव तक अपने संगठनात्मक ढांचे का विस्तार करेगी, और इसके लिए नए और ऊर्जावान चेहरों को जिम्मेदारी दी जाएगी। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
जनता की राजनीति से नई उम्मीद
जनसभा की भीड़ ने यह संकेत दिया कि राज्य की जनता अब पारंपरिक राजनीति से ऊब चुकी है और एक वैकल्पिक नेतृत्व की तलाश में है। जेएलकेएम उसी खाली जगह को भरने की कोशिश कर रहा है। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x