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झारखंड विधानसभा चुनाव में भी JBKSS की होगी धमाकेदार एंट्री, जयराम महतो ने एनडीए-यूपीए की बढ़ाईं मुश्किलें !


Bokaro: झारखंड में विधानसभा चुनाव को लेकर राष्ट्रीय और क्षेत्रीय राजनीतिक दल कमर कस रहे हैं। पिछले लोकसभा चुनाव में करीब 8 लाख वोट पाने वाली झारखंडी भाषा खतियान संघर्ष समिति (JBKSS) भी इस बार पूरे दमखम के साथ विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी में है। खुद को तीसरा मोर्चा मानते हुए जेबीकेएसएस के सदस्य एनडीए और यूपीए दोनों राजनीतिक दलों को चुनावी मैदान में चुनौती देने के लिए तैयार हैं। Video नीचे देखें –

www.currentbokaro.com से खास बातचीत में जेबीकेएसएस सुप्रीमो जयराम महतो (Jairam Mahto) ने अपने राजनीतिक सफर, विस्तार की योजनाओं और भविष्य की चुनौतियों के बारे में बताया। जयराम महतो ने कहा कि पार्टी के सदस्य पूरी गंभीरता के साथ विधानसभा की तैयारियों में लगे हैं। हमें पूरा विश्वास है कि हमारी पार्टी अच्छा प्रदर्शन करेगी। लोकसभा चुनाव के आखिरी दिन से ही हमारे साथी जमीनी स्तर पर पार्टी को मजबूत करने में जुट गए हैं। मौजूदा हालात के मुताबिक जेबीकेएसएस आगामी विधानसभा चुनाव में 60 से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए तैयार है। अभी कुछ महीने बाकी हैं, शायद हम करीब 80 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। जेबीकेएसएस का सबसे बड़ा राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी कौन?
जयराम महतो ने स्पष्ट किया कि सभी राजनीतिक दल हमारे प्रतिद्वंद्वी हैं। कहीं यूपीए है, कहीं आजसू, कहीं जेएमएम तो कहीं एनडीए। अलग-अलग विधानसभा सीटों पर हमारी लड़ाई अलग-अलग दलों के उम्मीदवारों से होगी। हमारी और दूसरी पार्टियों की विचारधारा में अंतर है। उनकी सोच किसी भी तरह सत्ता हासिल करने की है, हमारी सोच व्यवस्था बदलने की है। हम उन्हें अच्छी टक्कर देंगे।

लोकसभा चुनाव ने बढ़ाया मनोबल
जयराम महतो ने कहा कि हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव के नतीजों ने जेबीकेएसएस के हर सदस्य का मनोबल बढ़ाया है। हमारी पार्टी ने 8 लोकसभा सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर अपने उम्मीदवार उतारे थे। जिसमें 12 विधानसभा क्षेत्रों में हमारी पार्टी के उम्मीदवारों ने अच्छा प्रदर्शन किया। दो विधानसभा सीटों पर हम आगे रहे। आगामी चुनाव की तैयारियों को देखते हुए हम कह सकते हैं कि विधानसभा चुनाव में हम अन्य स्टेट ब्रांड राजनीतिक दलों से बेहतर प्रदर्शन करेंगे।

तीसरे मोर्चे के रूप में उभरने की तैयारी
जयराम महतो ने कहा कि हमारी पार्टी झारखंड में तीसरे मोर्चे के रूप में उभर रही है। हमारी पार्टी ने पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ा और 8 लाख वोट मिले। इसकी तुलना में पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी की पार्टी ने 2019 के विधानसभा चुनाव में 50 सीटों पर चुनाव लड़ा और 8 लाख वोट मिले। इतने वोट मिलना, वह भी तब जब हम कम सीटों पर चुनाव लड़े, पहली बार लड़े और बिना किसी बड़े चेहरे के लड़े- यह हमें प्रेरित करता है। आने वाले समय में हम राज्य स्तरीय पार्टियों में सबसे आगे रहेंगे।

यूपीए और एनडीए से गठबंधन के ऑफर ?
जयराम महतो ने कहा कि उन्हें दोनों बड़ी राजनीतिक पार्टियों से गठबंधन में शामिल होने का ऑफर मिल रहा है। लेकिन हमारा कहना है कि आप लोग अच्छा काम करें। स्थानीय लोगों की समस्याओं का समाधान करें। जब आप लोग काम करने लगेंगे, तो लोग हमें क्यों पूछेंगे। हमारी टीम की क्या जरूरत होगी? यह पूछे जाने पर कि क्या चुनाव के बाद भी उनका स्टैंड यही रहेगा, जयराम महतो ने कहा कि उस समय इस पर विचार किया जाएगा। जनता का जो जनादेश होगा, हम करेंगे। लेकिन हम विपक्ष में रहकर भी झारखंड के विकास को मजबूती दे सकते हैं।

बांग्लादेशी घुसपैठियों पर सख्त रुख
जयराम महतो ने यह भी कहा कि केंद्र और राज्य सरकार को आगे आकर इस पर पहल करनी चाहिए और बांग्लादेशी घुसपैठियों पर प्रतिबंध लगाना चाहिए। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह एक गंभीर मुद्दा है और इस पर तुरंत कार्रवाई की जानी चाहिए।

जयराम महतो और जेबीकेएसएस आगामी विधानसभा चुनाव में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए तैयार हैं। झारखंड की राजनीति में यह चुनावी दंगल बेहद दिलचस्प होने वाला है, जहां जेबीकेएसएस एनडीए और यूपीए दोनों को कड़ी टक्कर देने के लिए मैदान में उतरेगा।


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