Bokaro: साउथ अफ्रीका में फंसे हजारीबाग, गिरिडीह और बोकारो के 27 श्रमिकों के सुरक्षित वापसी को लेकर झारखण्ड सरकार ने कदम बढ़ा दिया है। मिनिस्ट्री ऑफ़ एक्सटर्नल अफेयर्स और एम्बेसी से संपर्क साधा जा चूका है। लेबर मिनिस्टर सत्यानंद भोक्ता ने माइग्रेंट सेल को जरुरी दिशा निर्देश दे दिए है। बता दें, श्रमिकों ने ट्विटर के माध्यम से भारत वापसी की गुहार लगाई है। इन श्रमिकों ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर अपनी स्थिति को बताते हुए सरकार से मदद की अपील की।
लेबर सुप्रिटिंडेंट प्रवीण कुमार ने बताया कि राज्य प्रवासी नियंत्रण कक्ष ने मामले का सत्यापन कर लिया है और श्रमिकों से पूरी जानकारी ली है। इसके बाद उनकी ओर से आवश्यक आवेदन प्राप्त किए गए हैं। इन 27 श्रमिकों में 4 गिरिडीह, 5 हजारीबाग और 18 बोकारो के निवासी हैं।
L&T कंपनी से भी बातचीत की गई है। कंपनी का कहना है कि श्रमिकों का भुगतान विनायका कंस्ट्रक्शन के माध्यम से किया गया है, और इसी चैनल से श्रमिकों को पेमेंट किया जाता है। L&T कंपनी ने आश्वासन दिया है कि वे इस मामले को गंभीरता से देख रहे हैं और शाम तक स्थिति की अद्यतन जानकारी देंगे।
श्रमिकों की मदद के लिए राज्य सरकार ने भी त्वरित कदम उठाए हैं। सचिव, श्रम विभाग ने प्रोटेक्टर ऑफ़ इमिग्रेंट्स (POE) रांची को इस मामले पर संज्ञान लेने हेतु पत्र भेजा है। सरकार की ओर से श्रमिकों की सुरक्षित वापसी के प्रयास किए जा रहे हैं।
इन श्रमिकों की स्थिति न केवल उनके परिवारों के लिए चिंता का विषय है, बल्कि राज्य के लिए भी गंभीर है। सरकार ने आश्वासन दिया है कि सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे ताकि श्रमिक जल्द से जल्द सुरक्षित भारत वापस लौट सकें। स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है और उम्मीद है कि जल्द ही श्रमिकों की समस्या का समाधान हो जाएगा।