Bokaro Steel Plant (SAIL) Hindi News

झारखण्ड प्रदूषण बोर्ड की टीम ने किया BPSCL ऐश पोंड का निरीक्षण, कड़ी कार्रवाई की संभावना


> जिला प्रसाशन की विशेष टीम ने भी किया निरीक्षण 

Bokaro: बोकारो पावर सप्लाई कंपनी प्राइवेट लिमिटेड (BPSCL) के ऐश पोंड में हुई घटना के दूसरे दिन झारखंड राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (JSPCB) की टीम मेंबर सेक्रेटरी वाई के दास के नेतृत्व में राउतडीह पहुंची। जिन दो जगहों पर ऐश पोंड की मेड़ टूटी थी उस स्थान का निरीक्षण किया। बता दें, राउतडीह में आई बाढ़ से छाई युक्त पानी घरों और खेतो में घुस गया था। लोगो को भागकर अपनी जान बचानी पड़ी थी। साथ ही जिला प्रसाशन की विशेष टीम ने भी आज प्रभावित स्थल का निरीक्षण किया।

प्रदूषण विभाग की टीम में धनबाद प्रदूषण डिवीज़न के रीजनल डायरेक्टर रामप्रवेश और कंसलटेंट इंजीनियर, आसुतोष आनंद थे। टीम ने गांव वालो से मिलकर घटना की पूरी जानकारी ली। पुरे गांव का हाल देखा। छाई से खेतो को हुए नुक्सान का भी आकलन किया। बताया जा रहा है कि प्रदूषण विभाग की टीम ने पाया की मंदिर वाले स्थान से अगर छाई युक्त पानी का कटाव नहीं हुआ होता, तो स्तिथि और भयावह होती। राउतडीह गांव में जान-माल का बड़ा नुक्सान होता।

बता दें, घटना के बाद सोमवार को ऐश पोंड का दौरा करने के बाद निर्दलीय विधायक सरयू राय ने भी कहा था की राउतडीह गांव के बाहर मंदिर के पास हुए कटाव के चलते गांव वाले बच गए। नहीं तो कइयों की जान चली गई होती। इस घटना में बीपीएससीएल प्रबंधन की लापरवाही से इंकार नहीं किया जा सकता। वह इस मामले को नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) तक लेकर जायेंगे।

Team of district administration

बता दें, ऐश पोंड का निरीक्षण करने के बाद प्रदूषण विभाग के आला अधिकरियों ने बीपीएससीएल के अधिकारियों की जमकर फटकार लगाई। फ्लाई ऐश उठाव और डंपिंग से जुड़े कई बिंदुओं पर पूछने पर बीपीएससीएल अधिकारी की बोलती बंद हो गई। प्रदूषण बोर्ड के अधिकारियों ने साफ़ तौर पर कह दिया की अगर दोबारा इस तरह की घटना घटती है, तो उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।

प्रदूषण विभाग के अधिकारियों ने गांव के पीड़ित लोगो के नाम लिखे। इस घटना से कुल 23 घर और खेत प्रभावित हुए है। जिसमें 22 घर राउतडीह गांव में है और एक घर मंदिर के नीचे स्थान पर। यह भी बताया जा रहा है कि टीम ने नुक्सान का आकलन भी किया है। साथ ही प्रदूषण विभाग की टीम ने बीपीएससीएल के ऐश पोंड के कार्य से जुड़े अधिकारियों और अप्प्रूविंग ऑथॉरिटी (असिस्टेंट जेनेरल मैनेजर, ऐश मैनेजमेंट, चीफ जेनेरल मैनेजर इंचार्ज ऐश मैनेजमेंट, सीईओ और सीजीएम पावर प्लांट, एचएससीएल आदि) का नाम लिख कर भी ले गए है।

बताया जा रहा है कि घटना गंभीर है। इसलिए प्रदूषण विभाग की टीम इस पूरी घटना के सम्बन्ध में रिपोर्ट बनाकर JSPCB को सौंपेगी। जिसके बाद आगे की कार्रवाई हेतु दिशा निर्देश दिए जायेंगे। इस घटना की सुचना सेंट्रल प्रदूषण कण्ट्रोल बोर्ड को भी है। सूत्रों के अनुसार, सम्भवतः जेएसपीसीएबी इस घटना के लिए जिम्मेदार व्यक्तियों के खिलाफ पर्यावरण संरक्षण अधिनियम के तहत मामला दर्ज करेगी। साथ ही पर्यावरण मुआवजे का भी आकलन किया जा रहा है।

जिला प्रसाशन की विशेष टीम ने भी आज राउतडीह गांव और ऐश पोंड का दौरा किया। टीम के अधिकारी डीसी बोकारो को रिपोर्ट सौपेंगे। टीम में मौजूद जिला आपदा प्रबंधन पदाधिकारी शक्ति कुमार भी मौजूद थे। इस घटना से जुड़े हर पहलु पर जाँच की जा रही है।

 


Similar Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!