Bokaro: बोकारो इस्पात संयंत्र (BSL) में काम के दौरान अमित माइंस नामक कंपनी के एक ऑपरेटर की मृत्यु तबियत ख़राब होने से मंगलवार को हो गई थी। मृतक के तीन बेटों को अब अमित माइंस नियोजन देगी और साथ में मुआवजा भी देगी। उक्त बात जय झारखण्ड मजदुर समाज (JJMS) के बी के चौधरी ने कही।
इस घटना के बाद यूनियन के महामंत्री बीके चौधरी, झामुमो नेता मंटू यादव और बोकारो स्टील प्लांट के अधिकारियों के बीच मैराथन बैठक हुई जिसमे यह फैसला लिया गया। चौधरी ने बताया कि मृतक की पत्नी को 5 लाख रुपया और उनके तीनों पुत्रों को अमित माइंस में नियोजन मिलेगा। साथ ही मृतक का शव इलाहाबाद ले जाने के लिए ₹25000 दाह संस्कार के लिए दिया जाएगा।
बताया जा रहा है कि मृतक भानु प्रताप यादव ऑपरेटर के पद पर अमित माइंस में काम करते थे। अमित माइंस, बीएसएल प्लांट के विभिन्न विभागों में कार्यरत है। कल अचानक एसएमएसटू एरिया में काम कर रहे भानु प्रताप यादव की तबीयत बिगड़ गई। आनन-फानन में अमित माइंस के अधिकारियों-पदाधिकारियों ने उन्हें प्लांट मेडिकल यूनिट नहीं ले जाकर, कोऑपरेटिव कॉलोनी स्थित आशा नर्सिंग होम ले गए। जहां डॉक्टरों ने उन्हें बड़ा अस्पताल ले जाने की सलाह दी।
अमित माइंस के पदाधिकारियों ने उन्हें बोकारो जनरल अस्पताल के बदले मुस्कान अस्पताल चास ले गए जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। उनका शव कल से ही बोकारो जेनरल अस्पताल के मोर्चरी में रखा हुआ था। बी के चौधरी ने अमित माइंस के ऊपर अनियमितता का आरोप लगाते हुए कहा कि पहले मृतक को प्लांट मेडिकल यूनिट ले जाना चाहिए था। स्वभाविक है, मरीज की हालत देखते हुए उन्हें BGH रेफर किया जाता। इसी कारण बोकारो स्टील प्लांट में उनके नियोजन में बाधा उत्पन्न हुई।