Bokaro: झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा (JLKM), जो महज तीन महीने पहले एक राजनीतिक पार्टी के रूप में पंजीकृत हुआ था, ने अपनी पहली राज्य चुनावी परीक्षा में जबरदस्त प्रभाव डाला। पार्टी ने 72 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ा और डुमरी में JMM की मंत्री बेबी देवी को 10,945 वोटों से हराकर बड़ी जीत हासिल की। इसके अलावा, पार्टी ने कई सीटों पर दूसरे-तीसरे स्थान पर रहकर अपनी स्थिति मजबूत की।
आभार और आत्ममंथन
JLKM के केंद्रीय अध्यक्ष जयराम महतो (Jairam Mahto) ने डुमरी के लोगों का आभार व्यक्त करते हुए कहा, “हमारी पार्टी ने राज्यभर में अच्छा प्रदर्शन किया और कई विधानसभा सीटों पर दूसरे और तीसरे स्थान पर रही। डुमरी में जीत लोगों के आशीर्वाद से संभव हो पाई।” हालांकि, जयराम महतो ने डुमरी में जीत हासिल की, लेकिन वे बेरमो में कांग्रेस के उम्मीदवार कुमार जयमंगल से हार गए।
भविष्य के लिए रणनीति
पार्टी प्रवक्ता विजय कुमार ने कहा, “हम चुनावी जनादेश का सम्मान करते हैं और जो उम्मीदवार दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे, उनकी समीक्षा करेंगे। भविष्य के चुनावों में अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए रणनीति बनाएंगे।”
राष्ट्रीय चुनावों का असर
विजय कुमार ने झारखंड में पार्टी ने प्रमुख मुद्दों को उठाने की कोशिश की, लेकिन संसाधनों की कमी को एक बड़ी चुनौती बताया। उन्होंने कहा, “हमारे अभियान ने AJSU और BJP को कई सीटों पर नुकसान पहुंचाया है।”
आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ेगा JLKM
पार्टी के वरिष्ठ नेता मोतीलाल महतो, जिन्होंने टुंडी से चुनाव लड़ा, तीसरा स्थान प्राप्त किया। उन्होंने कहा, “हमारी पार्टी ने अपनी ताकत साबित की है, और हम अपनी सफलताओं और असफलताओं का आकलन करके भविष्य में और मजबूत होकर लड़ेंगे।”
समग्र परिणामों पर दृष्टिकोण
हालांकि JLKM को पूरी तरह से आशानुरूप परिणाम नहीं मिले, लेकिन डुमरी में मिली जीत और राज्य भर में मजबूत स्थिति ने पार्टी के झारखंड की राजनीति में बढ़ते प्रभाव को स्पष्ट कर दिया है।