Bokaro: दो वर्ष बाद इस बार काली पूजा भव्य तरीके से मनाया जाएगा। इसी कड़ी में ज़िले के सभी काली मंदिर और पंडालों में तैयारी पूर्ण हो चुकी है। आकर्षक रूप से विद्युत साज-सज्जा तथा पुष्प सज्जा की गई है। दीपावली की रात होनेवाली काली पूजा बांग्ली समुदाय के लोगों के लिए विशेष महत्व रखता है। सभी लोग उत्साह के साथ काली पूजा आयोजन करते हैं।
इस बार कॉपरेटिव कॉलोनी के समीप मां काली केदारनाथ मंदिर रूपी पंडाल में विराजमान होगीं। पूरे जिले भर के लिए यह पूजा पंडाल आकर्षण का केंद्र होगा। अपने ख्याती के अनुसार ही पंडाल तैयार किया जाएगा। साथ ही सेक्टर 2 काली मंदिर और सेक्टर 8 स्तिथ काली बाड़ी में भी सुन्दर सजावट की गई है।
काली पूजा के अवसर पर सेक्टर 2 स्थित काली मंदिर में आकर्षक सजवाट की जाती है। वहीं पूजा के दौरान होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम की अभी से ही तैयारी शुरु हो गई है। इसके अलावा सेक्टर 3 C, सेक्टर 3 सिटी पार्क के सामने, मजदुर मैदान आदि स्थानों पर भी पूजा पंडाल तैयार कर मां काली की कलात्मक प्रतिमा स्थापित की जाएगी। वहीं काली बाड़ी स्थित मंदिर में बंगला विधि-विधान के साथ भव्य पूजन समारोह का आयोजन किया जाएगा।
सेक्टर-2 स्थित श्यामा माई मंदिर और मैथिली कला मंच काली पूजा ट्रस्ट के महामंत्री सुनील मोहन ठाकुर ने बताया कि इस बार सूर्य ग्रहण के कारण तीन दिनों तक काली पूजनोत्सव का आयोजन किया जाएगा। 24 अक्टूबर को पार्थिव शिवलिंग पूजन, हनुमत ध्वजदान, सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं श्री काली पूजन के बाद 25 अक्टूबर को महाआरती एवं महाभोग वितरण, श्री महाकाली पूजन, महाप्रसाद वितरण का आयोजन होगा। जबकि, 26 अक्टूबर को मां काली पूजन के बाद कुंवारि-बटुक भोजन, हवन, महाप्रसाद वितरण तथा सांस्कृतिक कार्यक्रम के आयोजन होंगे। 26 अक्टूबर को प्रसिद्ध कलाकार रचना झा, रामकृष्ण झा और प्रीति मिश्रा द्वारा गीत-संगीत की प्रस्तुति होगी। वहीं, मिथिला के प्रसिद्ध शहनाई वादक बिलट राम की रसन चौकी में सुरीली तान भी छिड़ेगी।