Bokaro: राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, गृह मंत्रालय के ‘मिटीगेशन प्रोजेक्ट फॉर लाइटनिंग सेफ्टी (MPLS)’ के अंतर्गत बोकारो में विशेष लाइटनिंग सेफ्टी अवेयरनेस वैन की शुरुआत की गई है। इस पहल का उद्देश्य झारखंड में अक्सर होने वाली बिजली गिरने की घटनाओं से होने वाले जान-माल के नुकसान को कम करना है।
56 स्थानों पर जाएगी जागरूकता वैन
यह विशेष वैन एलईडी स्क्रीन से सुसज्जित है और जिले के गोमिया, कसमार, चास और चंदनकियारी प्रखंडों के 56 चिन्हित स्थलों तक जाएगी। इन स्थलों में स्कूल, ग्रामीण हाट-बाजार, स्वास्थ्य केंद्र, व्यस्त चौराहे और पंचायत भवन शामिल हैं। प्रत्येक जगह पर लोगों को जागरूक करने के लिए वीडियो और लाइव प्रदर्शन किए जाएंगे। अभियान 3 सितंबर 2025 तक चलेगा और सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्रों को प्राथमिकता दी जाएगी।
डीसी बोकारो ने दी महत्वपूर्ण सलाह
लॉन्चिंग कार्यक्रम में उपस्थित डीसी बोकारो आय नाथ झा ने कहा कि आपदा से बचाव के लिए जनभागीदारी बेहद जरूरी है। ग्रामीणों को सलाह दी गई है कि आंधी-तूफान में पेड़ के नीचे शरण न लें, इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से दूर रहें और कपड़े सुखाने के लिए तार की जगह जूट या सूती रस्सी का उपयोग करें। साथ ही उन्हें भारतीय मौसम विभाग द्वारा विकसित ‘दामिनी ऐप’ डाउनलोड करने के लिए प्रेरित किया गया, जो 20 किलोमीटर के दायरे में बिजली गिरने की अग्रिम सूचना देता है।
जागरूकता ही सुरक्षा की कुंजी
प्रशासन ने उम्मीद जताई कि जागरूकता और सतर्कता से बिजली गिरने से होने वाली मौतों में कमी लाई जा सकती है। जिला प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि प्रभावित परिवारों को तत्काल मुआवजा उपलब्ध कराया जाएगा, लेकिन साथ ही यह भी दोहराया कि रोकथाम और जनजागरूकता ही सबसे बड़ी प्राथमिकता है।