Bokaro: मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना के तहत लाभुकों के खाते में एक साथ तीन माह की किस्त 7500 रुपये भेज दी गयी है। लेकिन कई महिलाओं के खाते में अब तक यह राशि नहीं पहुंची है। अब वे महिलाएं प्रखंड-अंचल कार्यालय जा रही है।उपायुक्त विजया जाधव के निर्देश पर सहायक निदेशक, सामाजिक सुरक्षा ने इसके कारणों की पड़ताल की। जिसमें यह बात सामने आई है कि अधिकतर महिलाओं के खाते में पैसे नहीं आने की सबसे बड़ी वजह बैंक अकाउंट का आधार से लिंक नहीं होना है। दूसरी वजह यूडीडीपी पोर्टल के आधार डेटा एवं मंईयां सम्मान योजना के पोर्टल पर दर्ज आधार डाटा में अंतर होना है। विशेषकर लाभुकों के नाम एवं जन्म तिथि में त्रुटि। इसके अतिरिक्त एक ही खाते का एक से अधिक लाभुकों के डाटाबेस में इंट्री होना तथा एक ही लाभुक का अलग अलग प्रखंडों से इंट्री भी शामिल हैं। गलत राशन कार्ड या फर्जी राशन कार्ड नंबर अंकित होना भी प्रमुख कारण है। इस वजह से अभी बड़ी संख्या में महिलाओं को होल्ड पर रखा गया है।
ऐसे आएंगे अटके हुए पैसे
विभाग की ओर से बार-बार बोलने के बावजूद भी बड़ी संख्या में लाभुक महिलाओं ने ना तो अपना आधार कार्ड बैंक से लिंक करवाया ना ही केवाईसी करवाया। बिना केवाईसी के आपके अकाउंट में पैसे नहीं आएंगे। इसलिए अगर आपके पैसे अटके है तो सबसे पहले अपना आधार कार्ड बैंक से लिंक करवाएं साथ ही अपना केवाईसी भी करवाएं।
पंचायत सचिवालय स्तर पर लगाएं लाभुकों की सूची
उपायुक्त ने सभी बीडीओ – सीओ को मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना के ऐसे लाभुकों जिनका रिजेक्शन लिस्ट में नाम है। उसकी सूची को प्रखंड – अंचल कार्यालय में कई स्थानों पर लगाने एवं सभी पंचायत सचिवालयों में भी कई स्थानों पर लगाने का निर्देश दिया।