Bokaro: सुप्रीम कोर्ट द्वारा इसकी एससी-एसटी आरक्षण में क्रिमीलेयर और उपवर्गीकरण करने के फैसले के खिलाफ अनुसूचित जाति जनजाति प्रकोष्ठ मोर्चा द्वारा आहूत भारत बंद का ज़िले में मिलाजुला रहा। शहर के कई हिस्सों में प्रदर्शनकारियों ने सड़कों पर उतरकर नारेबाजी की और महत्वपूर्ण मार्गों को जाम कर दिया। अधिकांश दुकान, शोरूम, निजी स्कूल और मॉल बंद रहे।
प्रदर्शनकारियों का जमावड़ा और यातायात अवरुद्ध
झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) और राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के समर्थकों ने भी बड़ी संख्या में विभिन्न स्थानों पर जुटकर यातायात को ठप कर दिया। शहर के प्रमुख चौराहों जैसे बिरसा चौक, गांधी चौक, उकरीद मोड़, एनएच और गरगा पुल पर धरना देते हुए प्रदर्शनकारियों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
पुलिस की मौजूदगी के बावजूद प्रदर्शनकारी डटे रहे
पुलिस की मौजूदगी के बावजूद, प्रदर्शनकारी अपनी मांगों पर अड़े रहे और तत्काल ध्यान देने की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने शहर के कई हिस्सों में घूम-घूमकर व्यवसायों को बंद कराया।
बंद के पीछे आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला
ऑल इंडिया एससी-एसटी एम्प्लॉइज कोऑर्डिनेशन काउंसिल के महासचिव मनोज पासवान ने बताया कि हमने अपनी मांगों का ज्ञापन प्रसाशनिक अधिकारी को सौंप दिया है। बंद सफल रहा। “आज का भारत बंद सुप्रीम कोर्ट के हालिया आरक्षण पर दिए गए फैसले के विरोध में किया गया। हम भारत सरकार से मांग करते हैं कि माननीय सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर अध्यादेश लाकर एससी/एसटी के हितों की रक्षा करें।”
झारखंड मुक्ति मोर्चा का पूर्ण समर्थन
झामुमो के सिटी प्रेजिडेंट मंटू यादव ने कहा कि भारत बंद के एलान को झारखंड मुक्ति मोर्चा ने पूर्ण समर्थन किया है झामुमो का मानना है की यह निर्णय बाबा साहेब आंबेडकर जी के द्वारा दिए गए अधिकारों का हनन है। एसटी एससी आरक्षण मैं वर्गीकरण के विरोध को लेकर आज झारखंड मुक्ति मोर्चा द्वारा बोकारो नया मोड़ बिरसा चौक इत्यादि जगहों पर शांति पूर्ण तरीके से बंद करवाया, जिसमें सैकड़ो की संख्या में झामुमो कार्यकर्ता ने भाग लिया।
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