Bokaro: जिला मुख्यालय के बियाडा क्षेत्र स्थित भारत पेट्रोलियम कारपोरेशन लिमिटेड (BPCL) के डिपो में बुधवार को आपदा प्रबंधन लेवल थ्री मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। जिसमें आपात स्थिति में आगजनी एवं दुर्घटना में बचाव को लेकर की जाने वाली कार्रवाईयों को क्रमवार किया गया। इस मॉक ड्रिल में एनडीआरएफ नौ वी. बटालियन के जवान एवं कंपनी की आपदा प्रबंधन की स्थानीय टीम शामिल हुई।
इंसीडेंट कामांडर के रूप में घटना की सूचना मिलने पर अनुमंडल पदाधिकारी चास दिलीप प्रताप सिंह शेखावत पहुंचे थे।उन्होंने गैस रिसाव को बंद करने,घायलों को अस्पताल पहुंचाने आदि की प्रक्रिया की मानिटरिंग की।
मॉक ड्रिल में बीपीसीएल एलपीजी बॉटलिंग प्लांट, बालीडीह, बोकारो के टीएलडी गैन्ट्री में भारी एलपीजी रिसाव देखा गया। प्लांट मैनेजर, श्री प्रभात शाह की देखरेख में प्लांट कॉम्बैट टीम ने एलपीजी लीकेज को दूर करने के लिए प्लांट फायर फाइटिंग की शुरुआत की। अनियंत्रित एलपीजी रिसाव के कारण एलपीजी संयंत्र में आपदा घोषित की गई, जिसमें जिला प्रशासन से सहयोग मांगा गया।
जिला आपदा प्रबंधन पदाधिकारी श्री. शक्ति कुमार सिंह ने आपदा से निपटने के लिए एनडीआरएफ टीम को बीपीसीएल बोकारो एलपीजी प्लांट में तुरंत रिपोर्ट करने की सलाह दी। एनडीआरएफ के इंस्पेक्टर श्री रणजीत कुमार की देखरेख में एनडीआरएफ की टीम ने अपना कॉम्बैटिंग और रेस्क्यू टीम शुरू की। इस बीच, पारस्परिक सहायता सदस्यों एचपीसीएल, आईओसीएल और डालमिया सीमेंट को सूचित किया गया और मदद मांगी गई।
दीप जायसवाल के नेतृत्व में एचपीसीएल की टीम, चंद्रमणि के नेतृत्व में आईओसीएल की टीम ने मदद के साथ साइट पर रिपोर्ट की और कॉम्बैट टीम का समर्थन किया। एलएफएम फायर विभाग बोकारो के नेतृत्व में डालमिया सीमेंट के फायर टेंडर और अग्निशमन विभाग बोकारो से फायर टेंडर एलपीजी रिसाव को दूर करने के लिए साइट पर थे। पूरी टीम की मदद से एलपीजी रिसाव को बंद कर दिया गया।
तत्पश्चात एसडीओ चास दिलीप प्रताप सिंह शेखावत ने मौके पर स्थिति का जायजा लेने के बाद ऑल क्लियर की घोषणा की। रेस्क्यू टीम घायलों को निकालने में सफल रही। 3 मामूली चोटें देखी गईं जिन्हे एनडीआरएफ की प्राथमिक चिकित्सा टीम द्वारा साइट पर प्राथमिक उपचार किया गया और 1 गंभीर चोट को एम्बुलेंस की मदद से सदर अस्पताल बोकारो रेफर कर दिया गया। कर्मियों की तत्परता व सुझ – बुझ से लेवल-3 मॉक ड्रिल सफल रहा।