Bokaro: बोकारो स्टील प्लांट (BSL) द्वारा किए गए प्रारंभिक सर्वेक्षण के बाद टाउनशिप के 150 से अधिक ब्लॉकों को क्षतिग्रस्त (damage) के रूप में चिह्नित किया गया है। इन ब्लॉकों में 1500 से अधिक घर हैं, जिनमें बीएसएल के कर्मचारी व अन्य लोग रहते हैं। हालांकि, इनमें से किन ब्लॉकों को तोड़ने की जरूरत है और किनकी मरम्मत की जा सकती है, इसकी पुष्टि के लिए बीएसएल के सिविल मेंटेनेंस विभाग ने नेशनल बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन कॉरपोरेशन लिमिटेड (NBCC) को इनकी जांच कर रिपोर्ट सौंपने को कहा है।
इतने ब्लॉक ‘Unsafe’ घोषित, खाली कराने की प्रक्रिया शुरू
बताया जा रहा है कि ये सभी ब्लॉक शहर के सेक्टर 12 इलाके में स्थित हैं। बीएसएल द्वारा पूर्व में किए गए सर्वेक्षण के अनुसार सेक्टर 12 के कुल 17 ब्लॉक पूरी तरह से जर्जर पाए गए हैं। इन्हें ‘असुरक्षित (unsafe)’ घोषित किया गया है। प्रबंधन ने इन 17 ब्लॉकों को खाली कराकर तोड़ने की योजना पर काम करना शुरू कर दिया है। इन ब्लॉकों में रहने वाले लोगों को दूसरे क्वार्टरों में शिफ्ट करने की प्रक्रिया चल रही है। बताया जा रहा है कि बीएसएल प्रबंधन द्वारा चिह्नित 150 ब्लॉकों में ऐसे अन्य ब्लॉक भी शामिल हैं। एनबीसीसी की रिपोर्ट के बाद ही इन पर निर्णय लिया जाएगा।
लोगों की चिंताएं बढ़ी…
मानसून के आगमन के साथ ही बीएसएल के जर्जर मकानों और ब्लॉकों में रहने वाले लोगों की चिंताएं बढ़ गई हैं। पिछले कुछ वर्षों में बोकारो स्टील टाउनशिप में कई ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं, जिसमें बालकनी, सीढ़ियां, छज्जा, प्लास्टर, पानी की टंकी आदि गिर चुके हैं। कई घटनाएं ऐसी भी हुई हैं, जब लोगों को बचाकर निकालना पड़ा। Click here to join Whatsapp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
इस सेक्टर में पिछले पांच वर्षों में सबसे ज्यादा घटनाएं…सेक्टर 12 में रहने वाले लोगों ने बताया कि ऐसी घटनाएं ज्यादातर बरसात के दिनों में होती हैं। मकानों और ब्लॉकों की दीवारों और छतों से प्लास्टर गिरना आम बात है। मकानों की खस्ता हालत के कारण लोग खतरों के बीच रहने को मजबूर हैं। पिछले पांच वर्षों में सबसे ज्यादा घटनाएं टाउनशिप के सेक्टर 12 इलाके में हुई हैं। सेक्टर 12 में स्थित इन बीएसएल मकानों में ज्यादातर बीएसएल कर्मी और सेवानिवृत्त कर्मचारी रहते हैं।
BSL के प्रवक्ता मणिकांत धान ने बताया –
बीएसएल के नगर एवं प्रशासन विभाग में मकानों और ब्लॉकों की मरम्मत की मांग को लेकर लोगों के कई शिकायती पत्र पड़े हैं। बीएसएल (BSL) के संचार प्रमुख मणिकांत धान ने कहा, “शिकायतों के समाधान के लिए बीएसएल आवश्यक कदम उठा रहा है। सत्रह ब्लॉकों को पहले ही असुरक्षित घोषित किया जा चुका है और वहां रहने वालों को दूसरी जगह बसाने के लिए सार्वजनिक नोटिस जारी किया जा चुका है। एनबीसीसी सेक्टर 12 में 150 से अधिक ब्लॉकों का निरीक्षण करेगी, जिसके बाद इन इमारतों पर आगे की आवश्यक कार्रवाई के बारे में निर्णय लिया जाएगा।”
घटिया निर्माण का उदाहरण..
पांच दशक पुरानी बोकारो स्टील टाउनशिप में कई आवासीय क्वार्टर जीर्ण-शीर्ण अवस्था में हैं, जिससे निवासियों के लिए रहना असुरक्षित हो गया है। टाउनशिप के 10 अलग-अलग सेक्टरों में आवासीय ब्लॉकों में प्लास्टर, सीढ़ियां और रेलिंग का गिरना, दरारें आना आम बात हो गई है। निवासियों ने कंपनी क्वार्टरों की खराब स्थिति के लिए घटिया निर्माण गुणवत्ता को जिम्मेदार ठहराया। सबसे ख़राब हालत सेक्टर 12 और 11 की है, जो टाउनशिप निर्माण के दौरान सबसे आखिर 1985-90 में बनकर तैयार हुआ था।
SAIL-BSL को करोड़ो का नुक्सान बीएसएल (BSL) द्वारा बनाई टाउनशिप में करीब 37,000 क्वार्टर हैं। कई क्वार्टरों की हालत काफी चिंताजनक है। मरम्मत की आवश्यकता वाले क्वार्टरों या संरचनात्मक रूप से डैमेज ब्लॉकों की बढ़ती संख्या के कारण स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (SAIL) की इकाई बीएसएल को करोड़ो रुपये का राजस्व नुकसान हो रहा है।
12 सितंबर, 2023 को महारत्न सेल की इकाई बोकारो स्टील प्लांट (BSL) ने बुनियादी ढांचा संबंधी परियोजनाओं के लिए परामर्श और परियोजना प्रबंधन सेवाओं के लिए एनबीसीसी इंडिया लिमिटेड (NBCC) के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर भी किया है। Click here to join Whatsapp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
Bokaro Township: जर्जर आवासों के मरम्मत के लिए BSL प्रबंधन अब NBCC से करेगा एमओयू, तैयारी पूरी