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बोकारोवालों से धोखा ? सांसद ढुलू महतो ने 3 बार जाकर मांगा धनबाद एयरपोर्ट, बोकारो का नाम तक नहीं लिया


लोकसभा चुनाव के बाद धनबाद सांसद ढुलू महतो ने तीन बार नागरिक उड्डयन मंत्री से धनबाद एयरपोर्ट की मांग की। पहली बार 1 अगस्त 2024 को उन्होंने मंत्री से मुलाकात कर मांग पत्र सौंपा और धनबाद की कोल कैपिटल की छवि, औद्योगिक गतिविधियों और एयर कनेक्टिविटी की जरूरत को आधार बनाकर हवाई अड्डे की आवश्यकता बताई। दूसरी बार 28 नवंबर 2024 को उन्होंने संसद में जोरदार ढंग से यह मुद्दा उठाया और सरकार से जवाब मांगा। तीसरी बार 20 मई 2025 को भी उन्होंने मंत्री से मिलकर धनबाद हवाई अड्डे को लेकर सकारात्मक चर्चा की, लेकिन तीनों प्रयासों में उन्होंने बोकारो एयरपोर्ट का कोई उल्लेख नहीं किया। पढ़े पूरी रिपोर्ट….

धनबाद सांसद पर बोकारो एयरपोर्ट की अनदेखी का आरोप
20 मई को धनबाद सांसद ढुलू महतो ने नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू किंजरपु से मुलाकात कर धनबाद एयरपोर्ट के पुनर्निर्माण की मांग की, लेकिन बोकारो एयरपोर्ट पर चुप्पी साधे रहने से नया विवाद खड़ा हो गया है। झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने इस चुप्पी को बोकारो एयरपोर्ट को जानबूझकर धनबाद शिफ्ट करने की साजिश बताया और इसका विरोध करते हुए बिरसा चौक पर सांसद का पुतला दहन किया। अब भाजपा कार्यकर्ता भी झामुमो के विरोध के जवाब में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ प्रदर्शन करने की तैयारी में हैं। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x 

सांसद ने 3 बार उठाई धनबाद एयरपोर्ट की मांग
यह पहली बार नहीं है जब सांसद ढुलू महतो ने धनबाद एयरपोर्ट के लिए केंद्र सरकार से अपील की है। लोकसभा चुनाव 2024 जीतने के बाद उन्होंने तीन बार केंद्रीय मंत्री से मिलकर धनबाद हवाई अड्डे की मांग रखी, लेकिन तीनों मौकों पर बोकारो एयरपोर्ट का जिक्र नहीं किया। पूर्व सांसद पी.एन. सिंह भी अपने कार्यकाल में धनबाद एयरपोर्ट के लिए प्रयासरत रहे हैं।

बोकारो एयरपोर्ट की उपेक्षा पर उठ रहे सवाल
बोकारो एयरपोर्ट को लेकर सांसद की चुप्पी पर लोगों में नाराजगी है। माना जा रहा है कि ढुलू महतो जैसे वरिष्ठ सांसद अगर चाहें तो बोकारो एयरपोर्ट को चालू करवाना मुश्किल नहीं है, खासकर जब वे गृह मंत्री के करीबी और केंद्र में प्रभावशाली माने जाते हैं। देवघर एयरपोर्ट का उदाहरण सामने है, जहां देवघर और बोकारो एयरपोर्ट का शिलान्यास 2018 में केवल तीन महीने के अंतर से हुआ, लेकिन देवघर 2022 में चालू हो गया और बोकारो अब तक अधूरा है। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x 

 प्रधानमंत्री (Prime Minister) और मंत्री के वादे हुए बेअसर
12 जुलाई 2022 को देवघर एयरपोर्ट के उद्घाटन के समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बोकारो और दुमका एयरपोर्ट को जल्द शुरू करने की बात कही थी। उसी मंच से तत्कालीन उड्डयन राज्य मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी आश्वासन दिया था। लेकिन आज तक बोकारो एयरपोर्ट को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, जिससे इन वादों को लेकर जनता में निराशा है।

पहली मुलाकात: 1 अगस्त 2024 को सांसद की पहल सांसद बनने के बाद 1 अगस्त 2024 को ढुलू महतो ने पहली बार नागरिक उड्डयन मंत्री से मुलाकात कर धनबाद एयरपोर्ट की मांग रखी। उन्होंने कहा कि धनबाद को भारत का कोल कैपिटल कहा जाता है और यहां कई उद्योग व संस्थान मौजूद हैं। रांची और देवघर एयरपोर्ट की दूरी करीब 150 किलोमीटर है, जिससे लोगों को काफी परेशानी होती है। इसलिए क्षेत्रीय विकास और यात्रियों की सुविधा के लिए एयरपोर्ट जरूरी है। इस दौरान भी बोकारो एयरपोर्ट का कोई जिक्र नहीं किया गया। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x 

दूसरी पहल: 28 नवंबर 2024 को संसद में उठाया मुद्दा 28 नवंबर को सांसद ने संसद में भी यह मुद्दा उठाया और नागर विमानन मंत्रालय से धनबाद एयरपोर्ट के पुनरुद्धार पर जानकारी मांगी। इसके जवाब में मंत्री राम मोहन नायडू ने बताया कि झारखंड सरकार ने भूमि की कमी के चलते सहमति नहीं दी है। इसके कारण धनबाद एयरपोर्ट की योजना अधर में लटकी हुई है। राज्य सरकार के जवाब का हवाला देते हुए केंद्र ने स्पष्ट किया कि परियोजना को लेकर राज्य का सहयोग नहीं मिल रहा है।

तीसरी कोशिश: 20 मई 2025 को फिर उठाया मुद्दा इसके बावजूद सांसद ने हार नहीं मानी और 20 मई 2025 को फिर से मंत्री से मुलाकात कर धनबाद एयरपोर्ट पर सकारात्मक चर्चा की। उन्होंने X (पूर्व Twitter) पर पोस्ट कर कहा कि यह प्रयास न केवल स्थानीय उद्योगों को नई उड़ान देगा, बल्कि शिखरजी जैसे धार्मिक स्थलों की यात्रा को भी सुगम बनाएगा।

बोकारो एयरपोर्ट की स्थिति बदतर, रखरखाव ठप

इस बीच बोकारो एयरपोर्ट पूरी तरह बनकर तैयार है, लेकिन अब तक चालू नहीं हुआ है। रिपोर्ट्स के मुताबिक वहां रखरखाव की हालत बेहद खराब हो गई है। चारों ओर झाड़ियाँ उग आई हैं और सुविधा ढांचों की स्थिति दयनीय है। स्थानीय लोगों और राजनीतिक दलों का कहना है कि एयरपोर्ट चालू करने में अनदेखी नहीं बल्कि साजिश की बू आती है। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x 

एयरपोर्ट के विरोध करने वाले अपनी जानकारी दुरुस्त करें: Sadhu Saran Gope

जनता मजदूर सभा के महासचिव साधु शरण गोप ने सांसद ढुलू महतो द्वारा उड्डयन मंत्री को विगत दिनों सौंपे गए पत्र को पत्रकारों के बीच शेयर करते हुए कहा कि इसे कोई भी देख सकता है। उन्होंने 1980 से 1987 तक संचालित धनबाद के हवाई अड्डा का पुनः शुरुआत करने की अपील किया है। उन्होंने पत्र में यह भी लिखा कि 2011 में उड्डयन विभाग ने इसके लिए कुछ काम भी किए थे। क्या यह पत्र प्रासंगिक नहीं है। क्या यह पत्र बोकारो हवाई अड्डा का स्थानांतरण की मांग करता है।
साधु शरण गोप ने जे एम एम द्वारा सांसद का पुतला दहन करने पर प्रतिक्रिया में कहा कि पुतला जलाने वालों को अपनी जानकारी दुरुस्त करनी चाहिए। बोकारो हवाई अड्डा कहीं ट्रांसफर नहीं होने वाला। सुरक्षा प्रबंधन में देरी के कारण लाइसेंस बीएसएल को नहीं मिल रहा है। जैसे ही सुरक्षा प्रबंधन होगा। लाइसेंस जारी जायेगा ओर हवाई सेवा शुरू होगी। गौरतलब है सुरक्षा प्रबंधन का काम झारखंड राज्य सरकार का है। इसको विस्तृत जानकारी के लिए बीएसएल प्रबंधन से बात किया जा सकता है। क्योंकि वर्तमान में बीएसएल के देख भाल में निर्माणधीन हवाई अड्डा बन रहा है।

 

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