Bokaro: नई शिक्षा नीति (NEP) 2020 के सुझावों के अनुसार छठी से आठवीं कक्षा में पढ़ने वाले छात्रों को ‘बैगलेस’ कक्षाऍं मिलेंगी। यह अवधि हर साल दस दिनों तक चलेगी। बैगलेस दिन के उद्देश्य के तहत बच्चों को किताबों से भरे स्कूल बैग का बोझ नहीं उठाना पड़ेगा। बच्चे उस दिन पढ़ाई के अलावा अन्य गतिविधियों में हिस्सा लेंगे।
इसी पॉलिसी के तहत संत जेवियर स्कूल में छठी और सातवीं कक्षा के बच्चों के लिए बैगलेस डे मनाया गया। ‘बेस्ट आउट ऑफ वेस्ट’ के तहत बेकार वस्तुओं का उपयोग करके कुछ अनोखे रूप में बच्चों ने पेपर से बैग बनाना सीखा। प्लास्टिक की पुरानी बोतलों का प्रयोग करके फूलों का गुलदस्ता बनाया तथा उसमें छोटे-छोटे पौधे भी लगाए।
कक्षा छठी एवं सातवीं के छात्र-छात्राओं ने सिलाई-कढ़ाई करना भी सीखा। स्कूली शिक्षा को रोचक, व्यावहारिक और अपने आस-पास के माहौल से जोड़ने के लिए शिक्षा विभाग द्वारा उठाया गया यह कदम बहुत ही सराहनीय है। खेलों और विभिन्न गतिविधियों के तहत बच्चों के व्यक्तित्व के विकास किया जा रहा है। इसका सकारात्मक प्रभाव बच्चों के स्वास्थ्य और मस्तिष्क पर पड़ रहा है।