बोकारो के जीजीपीएस सेक्टर 5 के पूर्व छात्र सौरभ सानंद (31) ने यूपीएससी (संघ लोक सेवा आयोग) की परीक्षा में 226 रैंक प्राप्त कर अपनी कड़ी मेहनत और प्रतिबद्धता का उदाहरण प्रस्तुत किया है। वर्तमान में दिल्ली में स्थित डीजी ऑडिट सेंट्रल बोर्ड ऑफ इनडायरेक्ट टैक्सेज एंड कस्टम्स (सीबीआईसी) में असिस्टेंट डायरेक्टर के पद पर कार्यरत सौरभ ने अपनी चौथी कोशिश में यह सफलता हासिल की। उनकी इस सफलता से न केवल बोकारो बल्कि पूरे राज्य को गौरव मिला है। सौरभ सानंद ने JPSC परीक्षा में भी 93वां स्थान प्राप्त कर सफलता प्राप्त की है। शुरुआत और संघर्ष की कहानी
सौरभ सानंद, प्रभात कॉलोनी, चास के निवासी हैं। उनके पिता बीरेंद्र प्रसाद एकाउंटेंट हैं और उनकी मां डॉली प्रसाद गृहणी हैं। बचपन से ही सौरभ पढ़ाई में अव्ल रहे हैं। उन्होंने 2011 में इंटरमीडिएट में 95 प्रतिशत अंक प्राप्त किए। इसके बाद सौरभ ने चार्टर्ड एकाउंटेंसी, कॉस्ट एकाउंटेंसी और कंपनी सेक्रेटरी की परीक्षाएं भी पास कीं। इसके बाद उन्होंने कोल इंडिया के CCL (Central Coalfields Limited) में डिप्टी मैनेजर के रूप में बरका सयाल में अपने करियर की शुरुआत की।
UPSC की ओर रुख
सौरभ ने कभी भी सिविल सेवा परीक्षा पास करने का सपना नहीं देखा था, लेकिन कोल इंडिया में काम करते हुए जब वह उच्च अधिकारियों और ब्यूरेक्रेट्स के संपर्क में आए, तो उनकी इच्छा UPSC परीक्षा को क्रैक करने की जागी। इसके बाद उन्होंने काम के साथ-साथ अपनी UPSC की तैयारी शुरू की। पहले UUPPSC परीक्षा पास करके असिस्टेंट डायरेक्टर बने, लेकिन उनका लक्ष्य हमेशा UPSC को लेकर था। उन्होंने अपनी पांच साल की कठिन मेहनत के बाद चौथे प्रयास में UPSC परीक्षा को सफलता पूर्वक पास किया।
विद्यालय और शिक्षकों की सराहना
GGPS सेक्टर 5 के प्रिंसिपल सौमेन चक्रवर्ती ने सौरभ सानंद की सफलता पर खुशी व्यक्त करते हुए कहा, “सौरभ की सफलता न केवल उनके परिवार के लिए बल्कि हमारे पूरे स्कूल और शिक्षकों के लिए गर्व की बात है। उनका संघर्ष और समर्पण हमें प्रेरित करता है।”