Bokaro: उम्मीद से कम मिले बोनस पर NJCS नेताओं और सेल प्रबंधन के खिलाफ नगर प्रसाशन के सामने पुतला दहन किया गया। जय झारखण्ड मजदुर समाज (JJMS) ने NJCS नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि उन लोगो ने प्रबंधन के गोद में बैठकर बोनस के फैसले पर हस्ताक्षर किया है।
युनियन के महामंत्री बी के चौधरी ने कहा कि वेज रिविजन की तरह बोनस में भी NJCS नेताओं ने मजदूरों को ठगने और गुमराह करने का काम किया है। दो किस्त में बोनस भुगतान का समझौता दुनियां का आठवां अजूबा एवं आश्चर्यजनक फैसला माना जाना चाहिए क्योंकि यह इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ।
दुर्गा पूजा को बेरंग करने बाले NJCS नेताओं को भी पता है कि वर्ष 2020-21 में 3800/=करोड़ मुनाफे पर 21000/=बोनस मिला था जो वर्ष 2021-22 में मुनाफा बढ़कर 12000/= करोड़ का हुआ। इसलिए पिछले साल के अनुपात में इस वर्ष 62000/=बोनस का हक मजदूरों का बनता है। इसलिए उन लोगों के साथ-साथ जय झारखंड मजदूर समाज ने भी 62000/= का मांग के समर्थन में प्लांट से बाहर और भीतर आक्रामक आन्दोलन करता रहा ह। फिर ऐसा क्या हो कि उन नेताओं ने 62000/=से 45000/=और फिर 42000/=पर आ गया और फैसला 40500/= पर किया गया वह दो किस्तों में।
बी के चौधरी ने कहा कि उत्पादन और मुनाफा में 90% योगदान देने वाले ठेकाकर्मीयों को लेकर बैठक में नेताओं द्वारा चर्चा तक नहीं करना, इस बात को दर्शाता है कि इस्पातकर्मीयों के साथ धोखा तो दिया हीं गया है, साथ ही ठेकाकर्मियों के साथ घोर अन्याय किया गया है। लेकिन जय झारखंड मजदूर समाज इन बेबस-कमजोर कर्मियों के लिए लड़ता रहा है और आगे भी लड़ाई जारी रखेगा। इसलिए प्रबंधन इस पर त्वरित निर्णय लेते हुए इनको भी इनका हक अधिकार देने का काम करें।
बोकारो स्टील प्लांट में काम करने वाले ठेका मजदूरों की बोनस भुगतान करने सहित अन्य ज्वलंत मांगों को लेकर आज 19 अक्टूबर से तीन दिवसीय जत्थेवार अनशन इस्पात मजदूर मोर्चा (सीटू) द्वारा सेक्टर 4 गांधी गोलम्बर के पास शुरू किया गया। देवानंद महतो,जीतू रजक, रोहन मांझी,मणीलाल मांझी, और पल्टू महतो ठेका मजदूर अनशन में भाग लिया। अनशन स्थल पर ठेका मजदूरों की बैठक की गई। बैठक की अध्यक्षता के.एन.सिंह ने किया।
इस अवसर पर युनियन के संयुक्त महामंत्री बी.डी.प्रसाद ने कहा कि कल सेल के मजदूरों के लिए किया गया बोनस समझौता मजदूरों की अपेक्षानुरूप तो नहीं है परन्तु संतोष जनक है। मजदूरों के धैर्य व एकता की जीत है। बी.डी.प्रसाद ने कहा अब ठेका मजदूरों के बोनस भुगतान के लिए भी बोकारो स्टील प्लांट प्रबंधन को पहल करनी होगी।
लम्बे दिनों से लम्बित ठेका मजदूरों की मांग पर विचार कर प्रबंधन कार्यालय आदेश जारी कर दूर्गापूजा से पहले ठेका मजदूरों को बोनस भुगतान का निर्देश सम्बंधित ठेकेदारों को दिया है लेकिन भुगतान नहीं किया गया है। ठेका मजदूरों में इसको लेकर काफी क्षोभ है। ठेक मजदूर भी स्टील पैदा करते हैं। ठेका मजदूरों के बिना आज स्टील उत्पादन सम्भव नहीं है। इसलिए ठेका मजदूरों को 8.33% बोनस देने के साथ-साथ स्थाई मजदूरों के समान ही उत्कृष्ट मुनाफा अर्जित करने और उत्पादन-उत्पादकता बढ़ाने के लिए कम से कम 5000/- रू.स्पेशल रीवार्ड दिया जाय।
आज निदेशक प्रभारी, बोकारो स्टील प्लांट को युनियन की ओर से मांग पत्र दिया गया है। ठेका मजदूरों की ज्वलंत मांगों पर अविलंब विचार करने का आग्रह किया गया है।