Bokaro: उपायुक्त विजया जाधव के निर्देश पर सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के बैनर तले जिले के विभिन्न प्रखंड क्षेत्रों में मादक पदार्थ पर रोकथाम के लिए सोमवार को विभिन्न महत्वपूर्ण स्थानों/बाजारों में नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया।
नुक्कड़ नाटक के माध्यम से मादक पदार्थों के सेवन से हो रहे दुष्परिणामों के प्रति आमजनों/ग्रामीणों को आगाह/जागरूक किया गया। नुक्कड़ नाटक के द्वारा आम लोगों को बताया गया कि मादक पदार्थ से घर परिवार तबाह हो जाता है और जीवन नष्ट हो जाता है। यह संदेश नुक्कड़ नाटक के सदस्यों ने कार्यक्रम/संगीत प्रस्तुत कर दिया। उन्होंने बताया कि मादक पदार्थों से सबसे अधिक युवा प्रभावित हो रहें हैं। उन्हें इसकी लत लग जा रही है और उनका जीवन बर्बाद हो जा रहा है।
कई युवा मादक पदार्थों के खरीद बिक्री में पकड़े जा रहे हैं और कम उम्र में ही जेल की सजा भुगत रहे हैं। उन्होंने आम लोगों से मादक पदार्थों से दूर रहने की अपील की और इसके प्रति जागरूक रहने का भी सलाह दी। नुक्कड़ नाटक के माध्यम से लोगों को नशे के सेवन से होने वाले दुष्परिणामों की विस्तार से जानकारी दी गई। महिला कलाकारों की ओर से नुक्कड़ नाटक की प्रस्तुति दी गई। नाटक में एक शराबी पति की ओर से उसके परिवार में होने वाले अशांति एवं अव्यवस्थाओं को चित्रित करते हुए समाज में दिन-प्रतिदिन फैल रही नशे की प्रवृत्ति की आदतों का मंचन किया गया।
वहीं, विभाग द्वारा जिले के विभिन्न प्रखंडों में एलईडी/जागरूकता वैन के माध्यम से नशा मुक्त जीवन जीने के लिए ऑडियो-वीडियो संदेश को प्रदर्शित कर जागरूक किया गया।
उधर, जिला समाज कल्याण विभाग द्वारा भी जिले भर में आंगनबाड़ी कर्मियों के माध्यम से “नशे को ना, जिंदगी को हां” थीम पर विभिन्न गतिविधि का आयोजन कर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कौशल विकास केन्द्रों में चित्रांकन एवं भाषण प्रतियोगिता का आयोजन
नशा मुक्त समाज के निर्माण एवं युवाओं को मादक पदार्थों के सेवन से दूर रहने को लेकर जारी अभियान के तहत सोमवार को भी जिले के विभिन्न प्रखंडों स्थित कौशल विकास केंद्र में अध्ययनरत छात्राओं के बीच चित्रांकन एवं भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
छात्रों के बीच मादक द्रव्यों के सेवन से होने वाले नुकसान के प्रति जागरूक किया गया। उन्हें स्वयं ऐसा नहीं करने एवं दूसरों को भी ऐसा नहीं करने को लेकर प्रेरित किया गया।
जानकारी हो कि, राज्य सरकार मादक पदार्थों के रोकथाम को लेकर पूर्णतः संकल्पित है। आमजनों के बीच जागरूकता को लेकर राज्य सरकार ने आगामी 26 जून तक जागरूकता कार्यक्रम चलाने का निर्णय लिया है।