Bokaro: दिल्ली से पहुंची एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) की तीन सदस्यीय टीम ने शुक्रवार को बोकारो एयरपोर्ट (Bokaro Airport) में ऑब्स्ट्रक्टल लिमिटेशन सरफेस (OLS) सर्वे शुरू कर दिया। उड़ान सेवाएं शुरू करने से जुड़ी बाधाओं की पहचान के लिए यह सर्वेक्षण किया जा रहा है।
हवाई उड़ान संचालन के लिए नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) से एयरोड्रम लाइसेंस प्राप्त करने के लिए यह सर्वेक्षण है महत्वपूर्ण है। एईआई के टीम में कनिष्ठ सलाहकार एम एम परब, वरिष्ठ जीआईसी विश्लेषक पबित्रा घोष और जीआईसी विश्लेषक मिहिर घोष शामिल हैं।
ओएलएस (OLS) एयरोड्रोम के आसपास के हवाई क्षेत्र को बाधाओं से मुक्त करता है, ताकि एयरोड्रोम पर हवाई जहाज संचालन को सुरक्षित रूप से संचालित किया जा सके। एयरोड्रोम के आसपास बाधाओं को विकसित होने से रोका जा सके।
एम एम परब ने कहा कि यह OLS सर्वेक्षण बाधाओं का स्वतंत्र आकलन करता है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि हवाई जहाज संचालन की सुरक्षा प्रभावित न हो। बोकारो एयरपोर्ट से जुड़े बाधाओं का आकलन करने और रिपोर्ट तैयार करने में लगभग एक सप्ताह का समय लगेगा।
उन्होंने कहा, कि हम प्रत्येक चीज का आकलन करेंगे और सुरक्षित उड़ान संचालन के लिए आवश्यक रनवे माप, पेड़ों की ऊंचाई, हाई मास्ट टावरों, मोबाइल टावरों, इमारतों के साथ-साथ सभी तरह का डेटा एकत्र करेंगे। इन आंकड़ों को संसाधित किया जाएगा और बाधाओं को तदनुसार हटा दिया जाएगा।
मौके पर मौजूद बोकारो विधायक बिरंची नारायण ने कहा कि बाधाओं की पहचान के लिए सर्वे अनिवार्य है. डीजीसीए के एयरोड्रम लाइसेंस के अभाव में एयरफ्लाइट संचालन की शुरुआत में देरी हो रही है, उन्होंने केंद्रीय उड्डयन मंत्री, ज्योतिरादित्य सिंधिया से संपर्क किया था और प्रक्रिया पूरी करने का अनुरोध किया था।
बोकारो हवाई अड्डे (Bokaro Airport) का स्वामित्व और रखरखाव बीएसएल (BSL) द्वारा किया जाता है, जो स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड की एक इकाई है। डीजीसीए में एयरोड्रम मानक निदेशालय एयरोड्रम लाइसेंस जारी करने के लिए नोडल एजेंसी है। लाइसेंस प्राप्त करने के लिए आवेदन बीएसएल द्वारा प्रस्तुत किया गया है।
बोकारो हवाईअड्डा आरसीएस-उड़ान (RCS-UDAAN) के तहत स्टील सिटी को पटना और कोलकाता से जोड़ेगा। परियोजना कार्य में एटीआर-72 विमान के लिए रनवे, एप्रन और टैक्सी ट्रैक के सुदृढ़ीकरण और री-कार्पेटिंग कार्य के साथ-साथ 300 यात्री पीक आवर क्षमता वाले टर्मिनल भवन का निर्माण शामिल है। बोकारो एयरपोर्ट के विस्तारीकरण कार्य की नींव 2018 में रखी गई थी।