Bokaro : ऑयल नेचुरल एंड गैस कॉरपोरेशन (ओएनजीसी) ने चक्रवाती तूफान “यास” के मद्देनजर एहतियाती कदम उठाते हुए मंगलवार को झारखंड में अपने सभी साइट्स पर कोल-बेड मीथेन (सीबीएम) का उत्पादन अगले दो दिनों के लिए बंद कर दिया है। ओएनजीसी के बोकारो, रामगढ़ व हजारीबाग में सीबीएम उत्पादन साइट्स हैं। झारखंड में ओएनजीसी के 140 कुएं हैं, जिनमें से 22 कुओं में सीबीएम का उत्पादन और परीक्षण चल रहा है।
ताउते ने पहुंचाया था भारी नुकसान
लगभग एक सप्ताह पहले अरब सागर में चक्रवात ताउते के कारण ओएनजीसी को काफी क्षति का सामना करना पड़ा था। मौसम विभाग द्वारा झारखंड में चक्रवाती तूफान यास के आने आने को देख ओएनजीसी अलर्ट हो गया है। ओएनजीसी मुख्यालय ने झारखंड के बोकारो जोनल कार्यालय को हाई अलर्ट पर रखा है। जब तक चक्रवात गुजरने के बाद स्थिति सामान्य नहीं हो जाती है सीबीएम उत्पादन शट डाउन रहेगा।

कर्मचारियों की सुरक्षा को प्राथमिकता
जीएम इंचार्ज कॉरपोरेट कम्युनिकेशंस, राजीव प्रसाद ने कहा: ओएनजीसी बोकारो व हजारीबाग में अपनी दो परिचालन इकाइयों से वर्तमान में प्रति दिन 20,000 मानक मीटर क्यूब सीबीएम का उत्पादन कर रही है। बोकारो जिले के गोमिया में 15 और चंदनक्यारी में सात सीबीएम कुएं हैं। हजारीबाग में 15 कुएं हैं। हालांकि उत्पादन बंद करने से कंपनी को भारी राजस्व का नुकसान होगा, लेकिन कंपनी का कहना है कि उसके लिए अपने कर्मचारियों की सुरक्षा सर्वोपरी है।
उत्पादन के अलावा, ड्रिलिंग, कुएं की खुदाई भी बंद
ओएनजीसी के एक अधिकारी ने कहा कि सीबीएम उत्पादन के अलावा, ड्रिलिंग, कुएं की खुदाई व अन्य सेवाओं और निर्माण गतिविधियों को भी चक्रवात के संभावित खतरे को देखते हुए रोक लगा दी गई है। कंपनी ने सभी इंजन और ड्रिलिंग बंद करने कि एडवाइजरी जारी की है।
