Bokaro: बोकारो इस्पात संयंत्र के निगमित सामाजिक दायित्व विभाग (सीएसआर) के तत्वाधान में बोकारो इस्पात शैक्षणिक न्यास द्वारा संचालित औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान बोकारो प्राइवेट आईटीआई में सत्र-2022 के लिए नामांकन हेतु ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू हो गई है. ऑन लाइन आवेदन प्रक्रिया 10 सितम्बर से जारी है तथा ऑन लाइन आवेदन की अंतिम तिथि 25 सितम्बर है.
ऑन लाइन आवेदन न्यास के वेबसाइट https://www.bietrust.com/admissions पर या दिए गए डाइरेक्ट लिंक https://achiever.bietrust.com/admissions/ द्वारा भी किया जा सकता है ऑनलाइन आवेदन हेतु सम्पूर्ण दिशा-निर्देश तथा विवरणिका-2022 भी न्यास के वेबसाइट https://www.bietrust.com/admissions पर भी उपलब्ध है.
इस बार नामांकन हेतु विभिन्न ट्रेडों में कुल 220 सीट उपलब्ध है. इलेक्ट्रीशियन-80 सीट (सीटीएस-40 तथा डीएसटी-40), फिटर-80 सीट (सीटीएस-40 तथा डीएसटी-40) एवं वेल्डर-60 सीट (सीटीएस-40 तथा डीएसटी-20). इसमें विस्थापित उम्मीदवारों के लिए 40% सीट आरक्षित है. इसके अलावा 50 गैर विस्थापित उम्मीदवारों को मेधा सूची के आधार पर शुल्क प्रयोजन बीपीएससीएल एवं अन्य पीएसयू द्वारा कराया जाता है.
प्रत्येक वर्ष की तरह इस वर्ष भी 10 से अधिक गैर-सरकारी कंपनियों (टाटा मोटर्स, सुजुकी मोटर्स, मारुती मोटर्स, बजाज मोटर्स, टीवीएस मोटर्स, पानासोनिक लिमिटेड, एमआरएफ टायर, मिंडा टूल्स, वेलस्पन लिमिटेड, वी जी ऑटो, कैपरो ऑटो, रेडियंट टेक्नोलॉजी) ने बोकारो प्राइवेट आईटीआई के 95 % वर्तमान प्रशिक्षुओं को रोज़गार नियोजन हेतु चयनित किया है.
उल्लेखनीय है कि बोकारो इस्पात संयंत्र के निगमित सामाजिक दायित्व विभाग (सीएसआर) के तत्वाधान में बोकारो इस्पात शैक्षणिक न्यास द्वारा संचालित औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान बोकारो प्राइवेट आईटीआई की स्थापना 2010 में स्थानीय युवाओं को तकनीकी रूप से उद्योगों के लिए दक्ष व उपयुक्त बनाने हेतु की गयी थी.
बोकारो प्राइवेट आईटीआई के प्रशिक्षुओं को कक्षा में सैद्धांतिक ज्ञान के साथ-साथ बोकारो इस्पात सयंत्र में 02-09 माह के व्यावहारिक प्रशिक्षण भी दिया जाता है जिससे अब तक 1500 से अधिक प्रशिक्षुओं का गुणवत्तापूर्ण कौशल विकास कर, रोज़गार / स्व-रोज़गार के अवसर देकर, उचित जीविकोपार्जन हेतु कार्य कुशल बनाया जा चुका है, साथ ही पाठ्यक्रम की समाप्ति पर विभिन्न ब्रांडेड गैर-सरकारी कंपनियों में प्रशिक्षुओं का शत-प्रतिशत रोज़गार नियोजन कराया जाता है.