Bokaro: बोकारो में खाने-पीने का सामान ऑनलाइन मंगाना नए साल की शुरुआत से महंगा हो गया है। खाने-पीने के सामान की ऑनलाइन डिलिवरी करने वाली स्विगी और जोमैटो जैसी कंपनियों को अब ग्राहकों से पांच प्रतिशत कर जुटाना होगा और उसे सरकार के पास जमा करना होगा।
फिर से कोरोना के बढ़ते मरीजों को देखते हुए लोग अब रेस्टुरेंट या फ़ूड जॉइंट्स में जाने से बचने लगे है। अपना पसंदीदा भोजन होम डिलीवरी मंगाने लगे है। अब ऐसे फूड वेंडर जो माल एवं सेवा कर (जीएसटी) के दायरे से बाहर हैं, यदि वे ग्राहकों को ऑनलाइन ऑर्डर के जरिये आपूर्ति करते हैं तो उन्हें जीएसटी देना होगा। जिसका बोझ अब ग्राहक के पॉकेट पर पड़ेगा।
बता दें, बोकारो में स्विगी और जोमैटो दोनों है। स्विगी की बोकारो शहर में पकड़ अधिक मजबूत है। यहां के निवासी स्विगी को अधिक पसंद करते है। बोकारो स्टील सिटी की बाते करें तो 127 से ऊपर रेस्टुरेंट और फ़ूड वेंडर स्विग्गी से जुड़े है। इनमे से रेस्टुरेंट को अगर छोड़ दें तो अधिकतर फ़ूड वेंडरों के पास जीएसटी नहीं है, फिर भी वह अच्छा धंधा करते है।
नए साल की शुरुआत से ही जीएसटी में ये बदलाव लागू हो गए है। बोकारो में अब फ़ूड वेंडरों और ठेले वाले जो स्विगी और जोमैटो के जरिये ऑनलाइन आर्डर लेते है, उनके आर्डर पर भी पांच प्रतिशत कर लगेगा। जिसे ऑनलाइन कंपनियों को चुकाना पड़ेगा और इसका बोझ ग्राहकों पर पड़ेगा।