Bokaro: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक महिला डॉक्टर के साथ हुए रेप और हत्या की घटना ने पूरे देश के चिकित्सकों को झकझोर कर रख दिया है। इस जघन्य अपराध के विरोध में बोकारो के डॉक्टरों में गहरा आक्रोश देखने को मिला। शनिवार को जिले के अधिकांश डॉक्टर सुरक्षा और न्याय की मांग को लेकर हड़ताल पर चले गए, जिससे मरीजों को गंभीर परेशानियों का सामना करना पड़ा। डॉक्टरों ने इस दौरान इमरजेंसी सेवाओं को छोड़कर अन्य सभी सेवाओं का बहिष्कार किया। मरीजों के साथ-साथ उनके परिवार भी इस हड़ताल से प्रभावित हुए। Join Whatsapp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
आईएमए की बैठक और जिला स्तर पर विरोध प्रदर्शन
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने देशव्यापी 24 घंटे की हड़ताल का आह्वान किया था, जो शनिवार सुबह 6 बजे से शुरू होकर रविवार सुबह 6 बजे तक चलेगी। बोकारो में भी इस घटना के विरोध में डॉक्टरों ने आईएमए हॉल, सेक्टर 5 में एक बैठक आयोजित की। इसके बाद सैकड़ों की संख्या में डॉक्टरों ने एकजुट होकर डीसी ऑफिस तक मार्च किया और जोरदार प्रदर्शन किया। इस विरोध मार्च में डेंटल एसोसिएशन के सदस्य भी शामिल हुए और नारेबाजी के माध्यम से अपने गुस्से का इजहार किया। डॉक्टरों ने सरकार से पीड़िता और उसके परिवार के लिए न्याय की मांग की।
बीजीएच के डॉक्टरों की सहभागिता
बोकारो जनरल अस्पताल (BGH) के डॉक्टर भी इस आंदोलन में शामिल हो गए। बीजीएच के सभी डॉक्टर ओपीडी के मुख्य द्वार पर एकत्रित हुए और काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन किया। आईएमए बोकारो के सचिव डॉ. गौरव विशाल ने कहा कि इस घृणित कृत्य की कड़ी निंदा की जानी चाहिए और सरकार को जल्द से जल्द मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट लागू करना चाहिए ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके। Join Whatsapp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
सेवाओं पर हड़ताल का व्यापक प्रभाव
हड़ताल के दौरान जिले के सदर अस्पताल सहित कई निजी अस्पतालों में ओपीडी सेवाएं बंद रहीं। इस विरोध में डायग्नोस्टिक सेंटर भी शामिल हुए, जिससे वैकल्पिक सेवाएं और सर्जरी पूरी तरह ठप हो गई। हालांकि, आपातकालीन सेवाओं पर इसका कोई असर नहीं पड़ा। आईएमए चास के अध्यक्ष डॉ. प्रदीप सिंह ने कोलकाता की घटना के गुनहगारों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई की मांग की और महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों पर रोक लगाने के लिए सीरियस क्राइम अगेंस्ट वीमेन कानून के सख्त क्रियान्वयन की जरूरत पर बल दिया।
देशभर में आक्रोश और न्याय की मांग
9 अगस्त को कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में पोस्ट ग्रेजुएट ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुए इस दर्दनाक हादसे ने देशभर के डॉक्टरों को सदमे में डाल दिया है। डॉक्टरों ने फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। देशभर में डॉक्टरों के विरोध प्रदर्शन से यह मामला और भी गरमाता जा रहा है, और न्याय की मांग तेज होती जा रही है।Join Whatsapp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
Sadar Hospital
सरिता देवी, 42, मरीज:
“मैं अपने नियमित चेकअप के लिए आई थी, लेकिन ओपीडी बंद थी। मुझे पता नहीं था कि आज हड़ताल है। अब मुझे कल वापस आना पड़ेगा। । ”
सुनिता देवी, 60, वृद्ध महिला:
“मैं अपने पुराने दर्द के इलाज के लिए आई थी, लेकिन कोई भी डॉक्टर उपलब्ध नहीं था। हड़ताल की वजह से मुझे बिना इलाज के ही लौटना पड़ा। इस उम्र में हमें बार-बार आना मुश्किल होता है। अब मुझे नहीं पता कि मैं अगली बार कब आ पाऊंगी।”
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