Bokaro Steel Plant (SAIL)

BSL team: क्रेन में लगाया पेंडेंट, अब क्रेन ऑपरेटर की अनुपलब्धता में भी यह हो सकता है परिचालित


Bokaro: बीएसएल (BSL) के एसएमएस- 2 के मोल्ड यार्ड में 75/20 टन क्षमता वाले क्रेन संख्या-4 को मॉडिफिकेशन के उपरान्त मुख्य महाप्रबंधक (एसएमएस-2 एवं सीसीएस) एम आर गुप्ता एवं सीसीएस विभाग के अन्य अधिकारियों एवं कर्मियों की उपस्थिति में परिचालन में लाया गया.

क्रेन संख्या-4 की देख-रेख पूर्व में एसएमएस-1 विभाग द्वारा किया जाता था तथा इस क्रेन को केवल क्रेन ऑपरेटर द्वारा ही ऑपरेट किया जाता था. हाल ही में इस क्रेन की देख-रेख की जिम्मेदारी एसएमएस-2 विभाग को सौंपी गयी. क्रेन ऑपरेटर की अनुपलब्धता में इस क्रेन से परिचालन जारी रखना एक बड़ी चुनौती थी ताकि विभागीय कार्य सुचारु रूप से चलता रहे.

इस चुनौती को देखते हुए  गुप्ता के मार्गदर्शन में तथा महाप्रबंधक (एसएमएस-2 एवं सीसीएस) एस के सुमन के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया. टीम में शामिल सहायक प्रबंधक (एसएमएस-2 एवं सीसीएस) दिनेश प्रसाद, ऑपरेटिव (एसएमएस-2 एवं सीसीएस) एन एन गोंझू, ऑपरेटिव (एसएमएस-2 एवं सीसीएस)  रामचंद्र राम,  शिवू उराँव,  अजय कुमार टुडू,  रमेश सोरेन,  सुभाष कुमार एवं अन्य कर्मियों ने उचित समाधान के लिए गहन विचार मंथन किया तथा क्रेन में पेंडेंट लगाने का निर्णय लिया.

विभागीय विशेषज्ञों से विचार विमर्श कर टीम के सदस्यों ने अपने आंतरिक संसाधनों से इस क्रेन में पेंडेंट लगाकर ट्रायल किया तथा ट्रायल में सफल होने के बाद इसे परिचालन में लाया गया. अब इस क्रेन को स्लैब ट्रांसफर कार के रिपेयरिंग के समय आसानी पूर्वक तथा सुरक्षित रूप से क्रेन ऑपरेटर की अनुपलब्धता की स्थिति में भी परिचालित किया जा सकता है.


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